प्रयागराजः यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के प्रश्नपत्र जिला मुख्यालयों पर पहुंच गए हैं। प्रश्नपत्रों को परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूमों पर पहुंचाए जाने से पहले परीक्षण में सुरक्षा मानक पर कमजोर स्ट्रांग रूमों की जांच कर दोषियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई जा रही है। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने कहा है कि प्रश्नपत्रों की सुरक्षा में लापरवाही पर मुकदमा दर्ज कराए जाने से साथ जेल भेजने की कार्रवाई भी की जाएगी। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा को लेकर सभी केंद्रों के स्ट्रांग रूमों की देर रात भी आनलाइन निगरानी कराई जा रही है, गड़बड़ी मिलने पर सीसीटीवी व डीवीआर को समय रहते ठीक कराया सके। गाजीपुर और बलिया में दो-दो परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूम मानक के विपरीत मिलने पर कार्रवाई के घेरे में आ गए हैं। इसी कड़ी में यूपी बोर्ड सचिव ने देर रात
में कई जनपदों के केंद्रों के स्ट्रांग रूम की कमांड कंट्रोल रूम से आनलाइन निगरानी की। कहीं दरवाजे-खिड़की ठीक नहीं मिले तो कहीं कुछ और कमियां थीं। उन्होंने रात में ही केंद्र व्यवस्थापक को फोन मिलाकर चेतावनी दी कि अविलंब मानक के अनुरूप व्यवस्था करें, अन्यथा प्रश्नपत्र सुरक्षा में ढिलाई पर मुकदमे के साथ जेल जाने की भी स्थिति बन सकती है। जिन केंद्र व्यवस्थापकों के फोन नहीं रिसीव हुए, वहां के जिला विद्यालय निरीक्षक को रात में ही फोन कर जांच कराने के साथ ठीक कराने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देश दिए कि नकलविहीन परीक्षा कराने की सरकार की मंशा को गंभीरता न लेने वाले दोषियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराएं।