लखनऊ। उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने के संबंध में आमजन और अभ्यर्थियों से सुबूत देने को कहा है। इस संबंध में साक्ष्यों सहित अपना प्रत्यावेदन शुक्रवार शाम छह बजे तक बोर्ड को भेजा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पेपर लीक को लेकर बोर्ड जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकता है।
बोर्ड के अपर सचिव भर्ती सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के मुताबिक विगत 17 और 18 फरवरी को चार पालियों में हुई लिखित परीक्षा के संबंध में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और अखबारों में कुछ प्रश्न पत्रों के संबंध में सूचनाएं वायरल होने की खबरें प्रकाशित हुई थी। इस बारे में अभ्यर्थियों द्वारा विभिन्न जिलों में प्रत्यावेदन प्रस्तुत किए जा रहे हैं। बोर्ड ने इस बारे में अभ्यर्थियों और सर्वसाधारण को सूचित किया है कि यदि इस विषय में वह कोई प्रत्यावेदन प्रस्तुत करना चाहते हैं, तो सुसंगत प्रमाणों एवं साक्ष्यों के साथ उसे ई-मेल कर सकते हैं। इनका परीक्षण करने के बाद अभ्यर्थियों के हित में आगे की कार्यवाही की जाएगी। प्रत्यावेदन में भेजने वाले का
नाम, पता, मोबाइल नंबर एवं आधार कार्ड अंकित होना चाहिए। मालूम रहे कि परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने के दावों और अन्य त्रुटियों की जांच के लिए एडीजी / सदस्य सचिव की अध्यक्षता में आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया था। सूत्रों के मुताबिक समिति को पेपर लीक से जुड़े कई अहम प्रमाण मिले हैं, जिसके बाद परीक्षा के बारे में कोई बड़ा निर्णय हो सकता है।
दूसरी पाली की ज्यादा शिकायतें जांच में सामने आया है कि परीक्षा की दूसरी पाली में पेपर लीक होने से जुड़ी ज्यादा शिकायतें हैं। कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पेपर लीक होने से जुड़ी सूचनाएं भी वायरल हुई थी। बोर्ड इन सभी सूचनाओं की गहनता से जांच कर रहा है। साथ ही जिलों में नकल करते हुए पकड़े गए अभ्यर्थियों के पास बरामद नकल सामग्री की भी बारीकी से जांच हो रही है। इसमें परीक्षा में पूछे गए कई सवाल और उनके सही जवाब लिखे थे, जिनका वास्तविक प्रश्न पत्र से मिलान कराया गया है।