बस्ती: जिले के परिषदीय विद्यालयों में अब एल्युमिनियम की बजाए स्टेनलेस स्टील के बर्तन में भोजन पकाने पर जोर दिया जाएगा। मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की निदेशक कंचन वर्मा ने बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को पत्र जारी कर बताया कि अब स्टेनलेस स्टील की बर्तन में भोजन बनाया जाए।
पत्र में कहा कि एल्युमिनियम के बर्तन में भोजन पकाते समय लीचिंग की खतरा रहती है। इससे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। जिले में 1438 प्राथमिक विद्यालय है। 336 उच्च प्राथमिक व 301 संविलियन विद्यालय है। इन सभी विद्यालयों में पीएम पोषण योजनांतर्गत मध्याह्न भोजन बनाया जाता है। भोजन पकाने में एल्युमिनियम के बर्तन का प्रयोग
• एल्युमिनियम के बर्तन में भोजन पकाने से लीचिंग का खतरा
• मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की निदेशक ने बीएसए को लिखा पत्र
किया जा रहा है। निदेशक ने पत्र में बताया कि इस बर्तन में भोजन पकाने की अवधि व तापमान का ध्यान न रखने से लीचिंग की खतरा बढ़ जाती है। इसलिए अब विद्यालयों में भोजन पकाने के लिए अब जो भी बर्तन खरीदे जाएंगे वह स्टेनलेस स्टील के बर्तन होंगे। बीएसए अनूप कुमार ने कहा कि जिन विद्यालयों में एल्युमिनियम के बर्तन है वह उसी में भोजन पकाएंगे। जिन विद्यालयों में बर्तन खरीदने की जरूरत पड़ेगी वह स्टेनलेस स्टील बर्तन खरीदें जाएंगे