परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मध्याह्न भोजन में हरी सब्जियां और सलाद मिल सके, इसके लिए किचन गार्डन (पोषण वाटिका) विकसित की जाएगी। पहले चरण में 350 स्कूलों में किचन गार्डेन विकसित करने के लिए शासन से 17 लाख 50 हजार रुपये का बजट जारी किया गया है।
स्कूलों में खाली पड़ी जमीन को उपयोगी बनाने के साथ बच्चों के एमडीएम को स्वादिष्ट व पौष्टिक बनाने में भी किचन गार्डेन काफी उपयोगी साबित होगा। स्कूल के मध्याह्न भोजन से संबंधित बैंक खाते किचन में इसके लिए पैसा भेजा गया है। ग्राम
प्रधान व प्रधान शिक्षक के संयुक्त हस्ताक्षर से पैसे निकाल कर पोषण वाटिका को विकसित किया जाएगा। इसकी देखरेख की जिम्मेदारी रसोइयों की दी जाएगी। हरी धनिया, हरी मिर्च, लहसुन की पत्ती समेत जरूरी मसालों के साथ मूली, गाजर, चुकंदर व पत्ता गोभी को उगाकर सलाद के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा। गार्डन का आलू-गोभी तहरी का स्वाद बढ़ाएगा।
टीम करेगी भौतिक सत्यापन बीएसए ने बताया कि सितंबर में ही किचन गार्डन के लिए बजट जारी कर दिया गया था। अधिकांश स्कूलों में यह बन भी गया होगा। ब्लाक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी व एमडीएम अनुभाग की टीम स्कूलों में पहुंच कर इसका भौतिक सत्यापन करेगी। खुद भी स्कूलों की जांच में किचन गार्डन
ब्लाकवार 70-70 स्कूलों को भेजा गया बजट बीएसए अमिता सिंह ने बताया कि यह निर्देश था कि ऐसे स्कूलों को बजट दिया जाए, जहां किचन गार्डेन बनाने के लिए पर्याप्त स्थान हो। कुल 350 स्कूलों के लिए बजट मिला था। इसे प्रति ब्लाक 70-70 स्कूलों में बांट कर मानक को पूरा करने वाले स्कूलों को भेजा गया है।