बागपत, सरकार ने 15 फरवरी से छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी लगाने के निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकांश स्कूलों में टेबलेट अलमारी में कैद होकर रह गए हैं। सरकार ने सिम मुहैया नहीं कराई है, तो शिक्षक अपनी आईडी पर सिम खरीदने के लिए तैयार नहीं। शिक्षक संगठन इस मुद्दे पर स्वर एक हैं, तो इससे शिक्षकों को भी बल मिल रहा है। यही वजह है कि 13 दिन बीतने के बाद भी जिलेभर में अब 446 शिक्षकों में से सिर्फ 89 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन हाजिरी लगानी शुरू की है। बीएसए ने ऑनलाइन हाजिरी न लगाने वाले शिक्षकों को नोटिस जारी किया है।
बीते दिनों सरकार ने 15 फरवरी से ऑनलाइन हाजिरी लगाने के निर्देश दिए थे। जिले में शिक्षकों को टेबलेट भी मिल गए हैं, लेकिन अधिकांश अलमारी में कैद होकर रह गए हैं, क्योंकि अभी तक इनमें नेट नहीं चल रहा है। हालांकि विभाग ने शिक्षकों को अपनी आईडी पर सिम खरीदने के निर्देश दिए, लेकिन शिक्षक इस पर तैयार नहीं हैं। इस मामले में शिक्षकों का कहना है कि विभाग सिम मुहैया कराए। इसके चलते टेबलेट अलमारी से बाहर नहीं निकले हैं। वहीं 15 फरवरी को छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी लगाने के बेसिक शिक्षा विभाग के प्रयास भी सफल नहीं हो सके। 13 दिन बीतने के बाद भी जिलेभर में अब तक 446 शिक्षकों में से केवल 89 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन हाजिरी लगानी शुरू की है। बता दें कि जिलेभर में 531 परिषदीय विद्यालय संचालित हो रहे है। इनमें से अधिकतर स्कूलों में टैबलेट का वितरण हो चुका है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार 446 शिक्षकों को ऑनलाइन हाजिरी लगाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगा रहे है। इस संबंध में बीएसए ने भी ऑनलाइन हाजिरी न लगाने वाले शिक्षकों को नोटिस जारी करते हुए जल्द से जल्द टैबलेट चालू करने और ऑनलाइन हाजिरी लगाने के निर्देश दिए है।
अपनी आईडी पर नहीं खरीदेंगे सीम
प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार ने ऑनलाइन हाजिरी के लिए तारीख तय कर दी है, लेकिन टेबलेट बगैर सिम के चालू कैसे हों। शिक्षक अपनी आईडी पर सिम नहीं खरीदेंगे, इसका फैसला शिक्षक संघ द्वारा लिया जा चुका है। इसके लिए सरकार सिम खरीद कर दें और स्कूल की समस्याओं का निदान करें