वाराणसी, जिले के 124 परिषदीय स्कूल बच्चों को
निपुण बना पाने में असफल हो गए हैं।
इन स्कूलों में बच्चों का निपुण प्रतिशत
60 से नीचे है। कई स्कूल ऐसे भी हैं
जहां निपुण प्रतिशत 10 से भी नीचे है।
बड़ागांव ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल
नकटी और सेवापुरी के प्राथमिक स्कूल
अदमापुर का निपुण प्रतिशत शून्य है।
बीएसए ने ऐसे स्कूलों के
प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को कारण
बताओ नोटिस जारी कर वार्षिक दक्षता
पर रोक लगाने की चेतावनी दी गई है।
स्कूल शिक्षा महानिदेशालय की
तरफ से बेसिक स्कूलों में हर कक्षा के
बच्चों के लिए निपुण लक्ष्य निर्धारित
किए गए हैं। इनके लिए विद्यालय के
प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गई थी। बेसिक शिक्षा कार्यालय ने दिसंबर-2023 में डायट प्रशिक्षुओं से सभी स्कूलों का निपुण असेसमेंट कराया। असेसमेंट में 124 स्कूल ऐसे मिले हैं जहां बच्चे कक्षावार लक्ष्य के मुताबिक 60 फीसदी लक्ष्य तक भी नहीं पहुंच सके हैं। इनमें भी 50 से ज्यादा स्कूलों में निपुण लक्ष्य की प्राप्ति 20 फीसदी या इससे भी कम है।
बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि ऐसे स्कूलों के प्रधानाध्यापक, प्रभारी और शिक्षकों को चेतावनी जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर इसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसमें वार्षिक दक्षता पर रोक के अलावा स्थानांतरण भी किया जा सकता है। बच्चों की शिक्षा के प्रति लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।