प्रतापगढ़ : पिता की कार से असावधानीवश दबने से दो साल के बेटे की मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया। ऐसा तब हो गया, जब उसके माता-पिता दोनों वहां मौजूद थे, पर क्रूर काल के आगे उनकी नहीं चली। उनकी आंखों के सामने ही बेटे ने दम तोड़ दिया।
परियावां में लालगंज अझारा कस्बा निवासी सुशील बहादुर सिंह कालाकांकर विकास खंड के ब्रहमौली प्राथमिक विद्यालय में वर्ष
• शिक्षिका पत्नी को कार से छोड़कर चलने के प्रयास में
• बच्चा छोटा होने के कारण ही साथ लेकर स्कूल आती थी मां
2016 में शिक्षक के पद पर तैनात हुए थे। उनकी पत्नी आंचल सिंह भी 2019 में चकपुरवा हिंनाहू प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका पद पर तैनात हुईं। दोनों की नौकरी लग जाने से घर में सुख-समृद्धि आने लगी। उनकी खुशियां तब और बढ़ गईं, जब भगवान ने आंचल को एक सुंदर बेटा दे दिया। उसका नाम
कृष्णा रखा गया। दोनों आलापुर में किराए का मकान लेकर रहने लगे। रोज की तरह गुरुवार की सुबह भी करीब नौ बजे सुशील कार से अपनी पत्नी आंचल को छोड़ने के लिए बेटे कृष्णा के साथ चकपुरवा पुरवा प्राथमिक विद्यालय गए। वहां पर वह आंचल व बेटे कृष्णा को कार से उतारने के बाद कार को बैक करने लगे। पिता कार में व मां स्कूल के गेट की ओर देखने लगी कि इसी बीच कृष्णा कार के पीछे चला गया। बमुश्किल पांच मिनट बाद उस पर किसी की नजर नहीं
पड़ी। जब वह चीखा तो मां पीछे ल मुड़ी और सुशील भी ड्राइविंग सीट से उतरकर दौड़े। दोनों ने झांककर म देखा तो उनका कलेजा मुंह को आ गया। दबने से बेटा गंभीर घायल होकर बेसुध पड़ा था।
यह देख शिक्षक दंपती मदद के स लिए शोर मचाने लगे। आसपास के लोगों की मदद से बच्चे को कार के है नीचे से निकाला गया। अस्पताल ले च जाने पर डाक्टर ने कृष्णा को मृत घोषित कर दिया। वहां से वह कुछ देर बाद शव लेकर घर चले गए। शोक में स्कूल में पढ़ाई नहीं हुई।