प्रयागराज। बेसिक शिक्षा, पंचायती राज और पशुपालन विभाग की सुस्ती से विकास योजनाओं को लागू करने की कसौटी पर प्रयागराज फिर फिसड्डी साबित हुआ है। सख्ती से कई सुधार के दावे किए गए थे, लेकिन यह स्थिति बहुत दिनों तक कायम नहीं रही। कई योजनाओं की प्रगति लगातार डी और ई कैटेगरी में बनी हुई है सरकारी योजनाओं की प्रगति के आधार पर डैशबोर्ड पर जिलों की जनवरी माह की रैंकिंग तय की गई, इसमें प्रयागराज 74वें स्थान पर रहा। इसकी मुख्य वजह राजस्व में बड़ी संख्या में मुकदमे लंबित होने से पंचायती राज, बेसिक शिक्षा, पशुपालन समेत कई विभागों की प्रगति बेहद खराब है। काफी सख्ती के बाद इन योजनाओं में कुछ प्रगति देखी गई और विभाग अलग-अलग मानक पर प्रथम 50 जिलों में शामिल होने में सफल रहा लेकिन फिर पुरानी स्थिति बन गई है। संवाद
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