देवीपाटन मंडल में विद्युतीकरण विहीन परिषदीय विद्यालयों में सोलर प्लांट लगवाया जाएगा। इसके लिए प्रशासन की ओर से 112 स्कूलों का चयन किया गया है। सोलर प्लांट लगने से गर्मी में नौनिहालों को पंखे की हवा भी नसीब हो सकेगी। इससे उन्हें पढ़ाई लिखाई में काफी सहूलियत होगी। साथ ही स्वच्छ पेयजल भी आसानी से मुहैया कराया जा सकेगा। नेडा के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि चारों जिलों का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। सोलर प्लांट लगाने की कवायद तेजी से चल रही है।
देवीपाटन मंडल के उन परिषदीय विद्यालयों में सोलर प्लांट लगाने की कार्रवाई तेज कर दी गई है जहां पर अभी तक विद्युतीकरण नहीं हो सका है। बिजली न होने से नन्हे-मुन्ने बच्चों को पढ़ाई लिखाई में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नेडा की तरफ से मंडल में 112 विद्यालय चिन्हित किए गए हैं। पहले विद्युतीकरण विहीन विद्यालयों का पहले सर्वे कराया गया है। इसके बाद स्कूलों की लिस्ट शासन को भेजी गई। शासन की मंजूरी के बाद अब परिषदीय विद्यालयों में सोलर प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है।
मिलेगा प्रदूषित पेयजल से छुटकारा सोलर प्लांट लगाने के लिए बनाई गई सूची में विद्यालय भी शामिल हैं जहां हैंडपंप का पानी प्रदूषित पाया गया है।
प्रभारी अधिकारी नसीम अंसारी ने बताया कि मंडल के सभी जिलों में चिन्हित प्राथमिक विद्यालयों पर सोलर प्लांट लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसमें विद्युतीकरण विहीन विद्यालयों को शामिल किया गया है। साथ ही ऐसे स्कूलों को भी शामिल किया गया है जहां पानी प्रदूषित मिला था।
कहां के हैं कितने विद्यालय
बलरामपुर 81
बहराइच 28
श्रावस्ती 03
कुल योग 112