कानपुर देहात। प्राथमिक स्कूलों में कक्षा एक से तीन के बच्चों को शब्दों को जोड़कर पढ़ने, अंकों के ज्ञान व जोड़-घटाना सिखा कर निपुण बनाना था। इसके लिए जिले के 1603 में 242 विद्यालय मानक पर खरा उतरे हैं। निपुण हुए विद्यालयों के शिक्षकों को अब जिले स्तर पर अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने निर्देश जारी किए हैं।
जिन विद्यालयों में 80 फीसदी से अधिक विद्यार्थी निपुण मिले उन्हें निपुण माना गया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने निपुण मिले विद्यालयों के शिक्षकों को जिला स्तर पर जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से शिक्षकों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित करने का पत्र जारी किया है। जिसमें यह भी निर्देश दिए हैं कि इन विद्यालयों में भाषा-विज्ञान की शिक्षण संदर्शिका के प्रयोग, शिक्षा चौपाल, अभिभावकों की बैठक में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रोत्साहित किया जाए।
बीएसए रिद्धि पांडेय ने बताया कि एआरपी द्वारा चयनित विद्यालयों एवं शिक्षक संकुल विद्यालयों में कक्षा 1-3 में अध्ययनरत विद्यार्थियों का डीएलएड प्रशिक्षुओं के माध्यम से माह दिसंबर में आकलन कराया गया था। आकलन के दौरान 242 विद्यालय निपुण विद्यालय के रूप में उभरकर आए हैं। प्रत्येक कक्षा में 1-3 में 80 फीसद से अधिक विद्यार्थी निपुण होने पर ही विद्यालय निपुण माना गया है। बेहतर शिक्षा व्यवस्था लागू करने व बच्चों को निपुण बनाने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा।