बदायूं: परिषदीय विद्यालयों के छात्रों को निजी स्कूलों की तरह हर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से कंपोजिट ग्रांट जारी की जाती है। छात्र संख्या के हिसाब से परिषदीय स्कूलों को कंपोजिट ग्रांट प्रत्येक वर्ष मिलती है कंपोजिट ग्रांट का उपयोग प्रधानाध्यापक स्कूल की जरूरत की सामग्री खरीदने में करते हैं। जनपद के 800 स्कूलों के प्रधानाध्यापक कंपोजिट ग्रांट को खर्च नहीं कर पाई है। कंपोजिट ग्रांट खर्च नहीं होने के कारण 31 मार्च को धनराशि लेप्स हो जाएगी।
जिले के 2,142 परिषदीय विद्यालयों
को 51 करोड़ रुपये कंपोजिट ग्रांट एक माह पहले ही जारी की गई थी। ग्रांट से स्कूल में टूट-फूट, मरम्मत, स्वच्छता और साफ-सफाई से संबंधित कार्य कराए जाने है। बीएसए स्वाती भारती ने सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को निर्देश जारी करते हुए ग्रांट का पैसा समय पर खर्च करने के निर्देश दिए थे। मगर समीक्षा करने पर सामने आया कि 800 के करीब स्कूलों में कंपोजिट ग्रांट का एक भी रुपया खर्च नहीं हुआ है। ऐसे में अब बीएसए ने सभी ब्लाक के बीईओ व स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को निर्देश जारी कर एक सप्ताह के भीतर राशि खर्च करने के
आदेश दिए हैं। बीएसए स्वाती भारती ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर बीईओ व शिक्षक स्कूलों में कार्य कराते हुए राशि का उपयोग करें अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। बीएसए ने 16 मार्च से शुरू हो रही वार्षिक परीक्षाओं के संबंध में भी निर्देश दिए हैं।