लखनऊ। प्रदेश में नवाचार व स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए अब माध्यमिक शिक्षा के स्तर पर भी प्रक्रिया तेज कर दी गई है। राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में पुरस्कृत नवाचारों का जिला प्रशासन के सहयोग से पेटेंट कराया जाएगा। प्रदेश में कक्षा नौ से 12 के
विद्यार्थियों की ओर से तैयार किए गए नवाचार आधारित मॉडल का विज्ञान प्रदर्शनी में प्रदर्शन किया जाता है। विद्यालय स्तर पर चयनित मॉडल का जिला, जिला में सर्वश्रेष्ठ एक-एक मॉडल का मंडल स्तर पर प्रदर्शित किया जाता है। इसमें से जूनियर व सीनियर वर्ग के एक-एक सर्वश्रेष्ठ मॉडल राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में जनवरी में लखनऊ में प्रस्तुत किया गया। राज्य परियोजना निदेशालय ने इस प्रदर्शनी में प्रस्तुत नए मॉडल को
राज्य परियोजना निदेशालय की नई पहल, 26 जिलों को भेजा पत्र
आगे बढ़ाने व मूल विचार का पेटेंट कराने के लिए संबंधित 26 जिलाधिकारियों को पत्र भेजा है। राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने कहा है कि जिन मॉडल की उपयोगिता व आगे बढ़ाने की संभावना है, उनके मूल विचारों को पेटेंट कराने की प्रक्रिया की जाए। बता दें कि अभी तक आम तौर पर स्नातक स्तर या उससे ऊपर के विद्यार्थियों के ही नवाचारों को पेटेंट कराने की प्रक्रिया पूरी की जाती है। इसमें संबंधित संस्थान भी सहयोग करते हैं। राज्य परियोजना निदेशालय की ओर से यह पहली बार है कि इंटर स्तर के विद्यार्थियों को भी नवाचार के तरफ प्रेरित करने के लिए यह प्रयास शुरू किया जा रहा है।