लखनऊ, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य कर्मियों के महंगाई भत्ते में चार फीसदी वृद्धि पर सहमति दी है। महंगाई भत्ते का नकद भुगतान कर्मचारियों को मार्च महीने के वेतन (जो अप्रैल में मिलेगा) के साथ होने लगेगा। एक जनवरी से 29 फरवरी तक की देय अवशेष धनराशि अधिकारियों, कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते में जमा की जाएगी जो कार्मिक पीएफ खाते के सदस्य नहीं हैं, उनके पीपीएफ खाते में धनराशि जमा की जाएगी अथवा एनएससी के रूप में दी जाएगी।
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एनपीएस कार्मिकों का एरियर पीपीएफ व पेंशन खाते में राष्ट्रीय पेंशन योजना से आच्छादित अधिकारियों, कर्मचारियों को देय महंगाई भत्ते की अवशेष धनराशि के 10 फीसदी के बराबर राशि कर्मचारियों के टियर-एक पेंशन खाते में जमा की जाएगी। राज्य सरकार द्वारा भी टियर एक खाते में 14 फीसदी धनराशि जमा की जाएगी। अवशेष 90 फीसदी धनराशि कार्मिक के पब्लिक प्राविडेंट फंड (पीपीएफ) में जमा की जाएगी अथवा एनएससी के रूप में दी जाएगी।
इन्हें राशि नकद मिलेगी
जिन अधिकारियों, कर्मचारियों की सेवाएं इस शासनादेश के जारी होने की तिथि से पूर्व समाप्त हो गई है अथवा जो छह माह के अंदर सेवानिवृत्त होने वाले हैं, उनको देय महंगाई भत्ते के बकाये की पूरी धनराशि का भुगतान नकद किया जाएगा।