लखनऊ। सोशल मीडिया पर चुनाव को लेकर कोई भी अफवाह फैली या कोई ऐसी पोस्ट डाली जिससे कानून-व्यवस्था प्रभावित हो सकती है… तो आप जेल जाने के लिए तैयार रहिये। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के साथ ही यूपी पुलिस ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। इस बार ये तैयारी फुलप्रूफ तरीके से की गई है। यूपी पुलिस के सोशल मीडिया मानीटरिंग सेल ने इस बार व्हाटसएप चैनल को अपना नया हथियार बनाया है।
इस चैनल को पुलिस के साथ हो जनता का कोई भी व्यक्ति फॉलो कर
सकता है। इसके जरिये कोई भी शिकायत की जा सकती है। इसके साथ ही व्हाटसएप के कम्प्यूनिटी फीचर का इस बार वृहद इस्तेमाल यूपी पुलिस ने शुरू कर दिया है। आपत्तिजनक पोस्ट या अफवाह-फर्जी सूचना पर इस फीचर के जरिये यूपी के करीब साढ़े लाख पुलिसकर्मी एक दूसरे से जुड़ जाएंगे।
कम्युनिटी फीचर में 100 ग्रुप को जोड़ाः कम्प्यूनिटी फीचर के लिए 100 ग्रुप को जोड़ा गया है। हर ग्रुप में 1012 पुलिसकर्मी होंगे। इस तरह से एक कम्प्यूनिटी में लगभग एक लाख पुलिस कर्मी एक साथ सम्पर्क में रहेंगे। यूपी पुलिस के
करीब साढ़े चार लाख पुलिस कर्मियों के लिए चार कम्यूनिटीज बनाई गई हैं। इसमें सिपाही से लेकर डीजीपी तक शामिल हैं। इस फीचर के जरिये सिर्फ पुलिस कर्मचारी ही जुड़ सकेंगे। इसमें थाना पुलिस के साथ ही पीएसी, फायर, एसएसएफ और अन्य संगठन के अधिकारी-कर्मचारी रहेंगे जबकि व्हाटसएप चैनल में पुलिस के साथ आम नागरिक भी अपनी बात रख सकेगा।
कोई भी गलत टिप्पणी या अफवाह होते ही पुलिस अलर्ट होगीः इस कम्यूनिटी फीचर और व्हाटसएप चैनल में सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही टिप्पणी व
अफवाह फैलाने वाली पोस्ट होती है तो ऐसा करने वालों के बारे में तुरन्त ही ब्योरा मिल जाता है। इसके बाद ही उस पर कार्रवाई शुरू कर दी जाती है। साथ ही बड़े अफसरों का कोई भी निर्देश या आदेश कम्यूनिटी फीचर के जरिये यूपी पुलिस के सभी पुलिस कर्मियों तक तुरन्त ही पहुंच जाएगा।