प्रयागराज। पेपर लीक मामले में समीक्षा अधिकारी (आरओ)/ सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा- 2023 निरस्त किए जाने और इसके बाद पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 स्थगित किए जाने से दोनों भर्तियों की मुख्य परीक्षाओं का टलना भी तय हो गया है।
आयोग ने पीसीएस-2024 की परीक्षा जुलाई में संभावित बताई है, जबकि आरओ/एआरओ को पुनर्परीक्षा को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं की है। आरओ/एआरओ के 411 पदों पर भर्ती के लिए प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी को आयोजित की गई थी। परीक्षा से पहले दोनों पालियों के प्रश्न पत्र वायरल जाने से छात्रों ने परीक्षा निरस्त किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया।
आयोग एवं शासन स्तर से जांच कराई गई और प्रारंभिक परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया गया। आयोग ने पुनर्परीक्षा के लिए अभी कोई तिथि तय नहीं की है। वहीं, 17 मार्च को पीसीएस-2024 की प्रारंभिक परीक्षा प्रस्तावित थी। आरओ/एआरओ पेपर लीक प्रकरण के बाद आयोग ने पीसीएस प्री- 2024 को स्थगित कर दिया। पीसीएस के 220 पदों पर भर्ती के लिए प्रारंभिक परीक्षा अब जुलाई में संभावित है।
आयोग के कैलेंडर में पीसीएस मुख्य परीक्षा-2023 का आयोजन सात जुलाई से
और आरओ/एआरओ मुख्य परीक्षा-2023 का आयोजन 28 जुलाई से प्रस्तावित है। आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा निरस्त होने के बाद अब मुख्य परीक्षा भी तय समय पर नहीं हो सकेगी।
वहीं, आयोग ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा- 2024 को स्थगित करते हुए जुलाई में इसे संभावित बताया है जबकि पहले जुलाई में मुख्य परीक्षा प्रस्तावित थी।
ऐसे में पीसीएस मुख्य परीक्षा का टलना भी तय हो गया है। वहीं, आयोग के कैलेंडर में अप्रैल से दिसंबर तक 17 तिथियां परीक्षाओं के लिए आरक्षित हैं। आरओ/एआरओ एवं पीसीएस मुख्य परीक्षाओं के लिए प्रस्तावित तिथियां भी अब आरक्षित तिथियों में शामिल हो जाएंगी। आयोग इन दोनों मुख्य परीक्षाओं के लिए प्रस्तावित तिथियों में भी आरओ/ एआरओ और पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षाएं करा सकता है।
सिर्फ सरकारी स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी
प्रयागराज। आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 में पेपर लीक की घटना के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) आगामी परीक्षाओं में सिर्फ सरकारी स्कूलों को ही परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी कर रहा है। आरओ/एआरओ परीक्षा में प्रदेश भर में 2387 केंद्र बनाए गए थे। आयोग की किसी भी परीक्षा में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में केंद्र बनाए गए थे और इनमें बड़ी संख्या निजी स्कूलों की थी। अब तक हुई जांच में यही सामने आया है कि पेपर किसी केंद्र से ही लीक हुआ। है। परीक्षा केंद्र बनाए गए। निजी स्कूल निशाने पर हैं। ऐसे में आयोग की अगली परीक्षाओं निजी स्कूलों को परीक्षा केंद्रों की सूची से बाहर किए जाने की तैयारी है। ब्यूरो