फतेहपुर (बाराबंकी)। फतेहपुर ब्लाक के औलियापुर प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार सुबह बच्चे स्कूल खोलने गए थे। इस दौरान अचानक विद्यालय का गेट ढह गया। इसके नीचे छह वर्षीय छात्रा दब कर चीखने लगी। साथी बच्चों के शोर मचाने पर शिक्षक पहुंचे और छात्रा को गेट हटाकर निकाला। शिक्षक उसे फतेहपुर निजी चिकित्सक के पास ले गए जहां इलाज के बाद बालिका को घर भेज दिया गया। विकास खंड फतेहपुर के औलियापुर प्राथमिक विद्यालय में इसी गांव के मो. सलीम की छह वर्षीय पुत्री नरगिस कक्षा दो की छात्रा है। स्कूल में प्रधानाध्यापिका रंजीता लखनऊ से आती हैं। ग्राम बछरौली की एक सहायक अध्यापक, बीबीपुर गांव निवासी जयप्रकाश व गांव के जयचंद बतौर शिक्षा मित्र तैनात हैं। ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षामित्र द्वारा बच्चों को स्कूल खोलने के लिए चाबी दे दी जाती है। शुक्रवार सुबह करीब 8:30 बजे छात्रा नरगिस व अन्य बच्चे स्कूल का लोहे का गेट खोल रहे थे। इस दौरान अचानक गेट का एक पल्ला दीवार से टूटकर गिर गया। इसके नीचे छात्रा नरगिस दबकर चीखने लगी। साथी बच्चों ने जब उसे दबा हुआ देखा और उसके नाक से खून बहता देखा तो सभी चिल्लाने लगे। बच्चों की चीख पुकार सुनकर दौड़े ग्रामीणों ने गेट को उठा कर छात्रा नरगिस को निकाला। इस हादसे में नरगिस को चोटें आई हैं। इसी दौरान वहां पहुंची प्रधानाध्यापिका रंजीता घायल छात्रा को अपनी गाड़ी से लेकर निजी चिकित्सक के पास फतेहपुर पहुंची। गनीमत रही छात्रा नरगिस को सिर में मामूली चोटें आईं। जांच टीम पिता से लगवाना
चाहती थी कागज पर अंगूठाः स्कूल गेट ढहने की घटना के बाद एबीएसए मामले की जांच करने गांव पहुंचे। घायल छात्रा के पिता मो सलीम ने बताया कि जांच टीम किसी कागज पर उनका अंगूठा लगवाने का प्रयास कर रही थी। मगर उन्हें पहले पुत्री की हालत सुधरने की बात कहते हुए अंगूठा लगाने से मना कर दिया।