ज्ञानपुर। वाराणसी के शिक्षक की गोली मारकर हत्या के विरोध में राजकीय एवं माध्यमिक शिक्षकों ने सोमवार को मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दिया।
इसके चलते हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य ठप रहा। केंद्र बाहर पहुंचकर शिक्षकों ने नारेबाजी की। मृतक शिक्षक के परिवार वालों को नौकरी और मुआवजा दिलाने की मांग की गई।
माध्यमिक शिक्षक संघ चेत नारायण गुट के जिलाध्यक्ष शारदा प्रसाद सिंह ने कहा कि शिक्षक धर्मेंद्र सिंह वाराणसी के इंटर कॉलेज में तैनात थे।
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शिक्षक की हत्या के विरोध में डीआईओएस को ज्ञापन देते राजकीय शिक्षक संघ के पदाधिकारी। संवाद
कर दी। संगठन घटना की निंदा करता है और कड़ी कार्रवाई की मांग करता है। दिवंगत शिक्षक के परिवार वालों को कम से कम 10 करोड़ की आर्थिक सहायता, शिक्षक की पत्नी को पीसीएस स्तर की नौकरी, राजकीय सम्मान के
मृतक के परिजनों को नौकरी और 10 करोड़ मुआवजे की उठाई मांग
वाराणसी के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की हत्या के विरोध में मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। संघ के जिलाध्यक्ष अनिल उपाध्याय की अपील पर विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज और नेशनल इंटर कॉलेज में मूल्यांकन को रोककर शिक्षक को श्रद्धांजलि दी गई।
साथ शिक्षक का अंतिम संस्कार एवं भविष्य में कॉपियां बाहर भेजते समय शिक्षकों की ही न लगई जाए। इस मौके पर गोस्वामी विवेकानंद, हरिमोहन यादव, योगेंद्र प्रसाद, राजेंद्र प्रसाद गुप्ता आदि रहे। राजकीय शिक्षक संघ ने भी
संगठन की ओर से प्रशासन से मांग की कि बंडल वाहक के रूप में शिक्षकों को ना भेजा जाए। इस मौके पर अनिल उपाध्याय, नीरज पांडेय, प्रदीप पांडेय, रामनरेश यादव, देवराज सिंह राणा आदि रहे।