रायबरेली। बेसिक शिक्षा विभाग में डिजिटलाइजेशन को लेकर विभागीय अधिकारियों और परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। पंजिकाओं को ऑनलाइन करने में लापरवाही बरतने वाले ऊंचाहार क्षेत्र के तीन प्रभारी प्रधानाध्यापकों का वेतन रोके जाने को लेकर भी सभी शिक्षक संगठन नाराज हैं।
डिजिटलाइजेशन और दबाव बनाने के लिए हो रही कार्रवाई के मुद्दे पर शिक्षक संगठन 11 मार्च को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में गरजेंगे। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संगठन लगातार डिजिटलाइजेशन का विरोध कर रहा है।
संगठन के आह्वान पर एक से पांच मार्च तक काला फीता बांधकर शिक्षकों ने बच्चों को विद्यालयों में पढ़ाया था। इसी कड़ी में 11 मार्च को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन बीएसए को
अधिकारियों और संगठनों के बीच बढ़ रही तकरार, तीन प्रधानाध्यापकों का वेतन रोकने से शिक्षकों में आक्रोश
सौंपा जाना है। कुछ दिन पहले ऊंचाहार क्षेत्र के तीन प्रधानाध्यापकों का वेतन रोक दिया गया। इस मुद्दे पर भी शिक्षक संघ खफा है। इसीलिए ज्ञापन सौंपने के साथ ही धरना प्रदर्शन की रणनीति तय की गई है। धरने में दूसरे शिक्षक संगठन भी हिस्सा लेंगे।
उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र यादव ने बताया कि 11 मार्च को दोपहर 3.30 बजे बीएसए को ज्ञापन सौंपा जाएगा। साथ ही शिक्षकों के खिलाफ हुई कार्रवाई के विरोध में बेमियादी धरना प्रदर्शन भी शुरू किया जाएगा। जब तक वेतन बहाल नहीं होगा, तब तक धरना चलता रहेगा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि डिजिटलाइजेशन का अव्यावहारिक दबाव बनाया जा रहा है।