प्रयागराज। आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 में पेपर लीक होने के मामले में परीक्षा नियंत्रक अजय कुमार तिवारी को पद से हटाए जाने के बाद अब जिसे भी यह जिम्मेदारी दी जाएगी, उसके सिर पर कांटों का ताज होगा। कार्यभार संभालने के बाद पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 का सफल आयोजन बड़ी चुनौती होगी। यूपीपीएससी की परीक्षाओं में गड़बड़ी के कारण अब तक आयोग के तीन परीक्षा नियंत्रकों पर गाज गिर चुकी है।
आयोग की परीक्षाओं के संचालन का पूरा दरोमदार परीक्षा नियंत्रक पर ही होता है। पेपर तैयार कराने से लेकर प्रिंटिंग प्रेस में छपने, कॉपियों का मूल्यांकन, रिजल्ट तैयार करने और परिणाम जारी करने तक परीक्षा नियंत्रक की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका भूमिका होती है। 17 17 मार्च को प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा पीसीएस प्री-2023 प्रस्तावित है। ऐसे में नए परीक्षा नियंत्रक के सामने पहली चुनौती ही काफी बड़ी होगी। पीसीएस के 220 पदों के लिए 574538 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। परीक्षा के सफल आयोजन के लिए आयोग ने तमाम तैयारियां कर रखीं हैं। केंद्रों पर विशेष निगरानी के लिए प्रशासन को पूर्व की भांति अपनी जिम्मेदारी संभालनी होगी। आयोग के साथ प्रशासन के लिए भी प्रश्नपत्रों की सुरक्षा सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी.