प्रयागराज। सिपाही भर्ती पेपर लीक व आरओ/एआरओ प्रकरण में मुख्य अभियुक्त बताया जा रहा मेजा निवासी राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल पहले भी भर्ती परीक्षाओं में सेंध लगा चुका है। इससे पहले वह यूपी टीईटी के अलावा मप्र की स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक करा चुका है। दोनों मामलों में उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था। माना जा रहा है कि उसके पकड़े जाने के बाद पेपर लीक के खेल से जुड़े कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
लखनऊ एसटीएफ ने 27 नवंबर 2021 को कौशाम्बी में टीईटी के एक दिन पहले ही परीक्षा के लीक पेपर के साथ रोशन सिंह पटेल को गिरफ्तार किया था। बाद में इसी मुकदमे की विवेचना के क्रम में राजीव नयन का नाम सामने आया जिसमें उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 2022 में उसे एसटीएफ ने लखनऊ के चारबाग स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया था।
एमपी में वेबसाइट हैक कर आउट कराया था पर्चा राजीव
नयन मप्र में संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा 2023 में भी सेंध लगा चुका है। सबसे खास बात यह कि पर्चा बनाने वाली कंपनी की वेबसाइट हैक कर उसने पेपर लीक कराया था। ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने उसे व उसके साथी पुष्कर को दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से नई फॉर्च्यूनर भी बरामद की गई थी।
बाहर रहता था अभिषेक, कभी- कभी ही आता था गांव : पुलिस भर्ती पेपर लीक प्रकरण में गाजियाबाद से गिरफ्तार अभिषेक शुक्ला निवासी विक्रमपुर सरायममरेज पिछले काफी दिनों से बाहर रहता था। उसकी गिरफ्तारी की खबर सुनकर गांव वाले भी स्तब्ध थे। उसके पिता ट्रैक्टर चलाते हैं और वह चार भाइयों में छोटा है। उसका एक भाई दिल्ली में रहता है और वह काफी दिनों तक वहां भी रहा था।
शादी में 50 लाख से ज्यादा किए थे खर्च
प्रयागराज। आरओ-एआरओ व सिपाही भर्ती पेपर लीक प्रकरण के दो मुख्य आरोपियों में से एक मेजा निवासी राजीव नयन मिश्र ने पिछले कुछ वर्षों में बेशुमार दौलत कमाई थी। दो साल पहले उसने अपनी शादी में 50 लाख से ज्यादा की रकम खर्च की थी। उसके ठाठ-बाठ देखकर गांव वाले भी दंग रह गए थे। हालांकि, शादी के कुछ दिनों बाद ही वह लखनऊ चला गया और फिर मेजा में रहने वाले मामा से कोई संपर्क नहीं किया। राजीव के पिता दीनानाथ मिश्रा मूलरूप से मेजा के अमोरा के रहने वाले थे और बीमारी से उनकी मौत हो गई थी। उनके निधन के कुछ दिनों बाद ही उसकी मां की करंट से मौत हो गई थी। मां-बाप का साया सिर से उठने के बाद नाना, मामा आदि लोग उसे धर्मपुर शुकुलपुर मेजा स्थित ननिहाल ले आए और फिर वहीं उसका पालन-पोषण हुआ। मामा इंद्रदेव मिश्रा अधिवक्ता हैं। उन्होंने बताया कि दो साल पहले उसकी शादी हुई थी। कुछ दिनों बाद वह पत्नी समेत लखनऊ चला गया और उसके बाद से नहीं लौटा।