नई दिल्ली। नए वित्त वर्ष यानी 2024-25 की शुरुआत सोमवार से हो रही है। एक अप्रैल से चार प्रमुख वित्तीय बदलाव हो रहे हैं। इनमें म्यूचुअल फंड ईटीएफ, एनपीएस, बीमा से लेकर फास्टैग केवाईसी तक शामिल हैं। ये सभी बदलाव आप पर असर डाल सकते हैं।
🔴 एनपीएस
नया लॉग-इन नियम पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण नेशनल पेंशन प्रणाली (एनपीएस) खातों के लिए एक अप्रैल को एडवांस सुरक्षा प्रणाली पेश करेगा।
• इसके लिए एनपीएस की सेंट्रल रिकॉर्ड कीपिंग एजेंसी तक पहुंचने बाले सभी पासवर्ड-आधारित ग्राहकों को दो बार सत्यापन से गुजरना होगा। इसके चिना आप अपने खाते का लॉग ईन नहीं कर सकते हैं।
🔴 विदेशी ईटीएफ में निवेश पर रोक
पूंजी बाजार नियामक सेबी ने म्यूचुअल फंड हाउसों को एक अप्रैल से विदेशी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (इंटीएफ) में निवेश करने वाली स्कीमों में निवेश रोकने का निर्देश दिया है। फंड उद्योग ने 21 मार्च, 2024 तक 8,311 करोड़ की सीमा से अधिक का निवेश किया है।
🔴 बीमा पॉलिसी का डिजिटलीकरण
इरडा ने बीमा पॉलिसियों के डिजिटलीकरण को जरूरी कर दिया है। इसके अनुसार, जीवन, स्वास्थ्य और सामान्य बीमा सहित सभी पॉलिसियां इलेक्ट्रॉनिक रूप में जारी होंगी। यह शेयर खरीदने के लिए डीमैट खातों की तरह काम करेगा। इसके चिना कोई पॉलिसी जारी नहीं होगी।
🔴 केवाईसी नाहीं तो फास्टैग बंद
फास्टैग ग्राहकों के लिए केवाईसी अपडेट करने की अंतिम तारीख 31 मार्च है। आप इस तारीख तक केवाईसी अपडेट नाते करते हैं तो एक अप्रैल से यह बंद हो जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एक वाहन एक फास्टैग की पहल की है। इसके तहत बिना केवाईसी वाले फास्टैग ब्लैकलिस्ट हो जाएंगे