हरदोई। माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन के साथ माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक वाहनों की भी निगरानी करेंगे। शिक्षकों को सामान्य निर्वाचन में एसएसटी टीम में लगाया गया है।
इससे मूल्यांकन कार्य प्रभावित होगा। प्रधानाचार्य परिषद ने इस निर्णय का गलत बताया है और वह इसके लिए प्रशासन से वार्ता कर धेरोध जताएंगी।
यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 16 से 31 मार्च के बीच किया जाना है। इसमें माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को परीक्षक के रूप में तैनात किया गया है।
मूल्यांकन के दौरान प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक मुख्य परीक्षक की भूमिका में रहते हैं मगर इसी बीच सामान्य निर्वाचन में वाहनों की जांच के लिए गठित टीमों में माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व प्रधानाध्यापकों को लगा दिया गया है। स्टेटिक निगरानी टीम (एसएसटी) में दो
शिफ्टों में ड्यूटी लगी है। टीम में 98 सदस्यों को लगाया गया है।
इनमें 82 प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक व प्रवक्ता शामिल हैं। उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद अध्यक्ष डॉ. राजेश तिवारी ने बताया कि एसएसटी टीम में शिक्षकों को लगाना उचित नहीं है। इससे मूल्यांकन कार्य प्रभवित होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानाचार्य परिषद इसका विरोध करेंगी और टीम का प्रतिनिधि मंडल जल्द जिलाधिकारी से मुलाकात कर इस समस्या का निदान कराने की मांग करेगा: