लखनऊ। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना के दूसरे चरण में प्रदेश के 782 विद्यालयों का चयन किया गया है। योजना के तहत प्रदेश के 727 बेसिक व 55 माध्यमिक विद्यालय अपग्रेड होंगे। इन विद्यालयों के विद्यार्थियों को पठन-पाठन के साथ-साथ खेलकूद के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं व संसाधन मिलेंगे। पहले चरण में प्रदेश के 928 विद्यालय चयनित हुए थे और वहां पर काम चल रहा है।
योजना के तहत चयनित प्रदेश के इन विद्यालयों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप विकसित किया जाएगा। इन विद्यालयों में नई तकनीकी से युक्त स्मार्ट क्लास, अत्याधुनिक प्रयोगशाला, कंप्यूटर प्रयोगशाला, कौशल प्रयोगशाला, नए क्लास रूम आवश्यकता के अनुसार, फर्नीचर, बाल वाटिका का विकास, खेल-खेल में सीखने की सामग्री, खेलकूद का मैदान आदि चीजें विकसित की जाएंगी। इन विद्यालयों में शिक्षक छात्र अनुपात पर भी फोकस किया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय में 40 से 50 लाख का बजट खर्च किया जाएगा। हाल ही में शिक्षा मंत्रालय में स्कूल शिक्षा की निदेशक प्रीति मीना ने प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. एमके शंमुग्गा सुंदरम को पत्र भेजकर विद्यालयों के चयन की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि इससे जुड़ी आवश्यक औपचारिकता पूरी कर व योजना के लिए अलग खाता खुलवाकर जानकारी साझा की जाए। ताकि इससे जुड़ी आगे की औपचारिकता पूरी की जा सके।
इसी क्रम में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी बीएसए को चयनित विद्यालय की सूची भेजते हुए निर्धारित प्रोफार्मा पर 15 अप्रैल तक सूचना मांगी है। इसमें उन्हें विद्यालय में विद्यार्थियों, शिक्षकों, क्लास रूम की संख्या, हर कक्षा वर्ग के लिए एक क्लास रूम, बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय, खेल का मैदान, बाल वाटिका, निर्माण के लिए खाली जमीन, जर्जर क्लास रूम व बिल्डिंग की जानकारी देनी है। इसी के आधार पर आगे का विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।