प्रयागराज। बिना मान्यता के चल रहे 72 मदरसों के संचालन पर खतरा खड़ा हो गया है। हालांकि अब तक इस बाबत कोई आदेश तो नहीं आया है, लेकिन इसके संकेत मिलने के बाद संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं कुछ अधिकारियों का दावा है कि गोपनीय तरीके से पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
शासन की ओर से विदेशी फंड से संचालित होने तथा बिना मान्यता वाले मदरसों का सर्वे कराया गया था। अब बिना मान्यता वाले प्रदेश के आठ हजार से अधिक मदरसों के बंद करने की बात कही जा रही है। इनमें से ज्यादातर सीमावर्ती जिलों के मदरसे हैं, लेकिन यहां भी संचालक सकते में हैं।
अब तक कोई आदेश नहीं आया, लेकिन सकते में हैं संचालक
जिले में 72 मदरसे हैं, जिनकी मान्यता नहीं है। इनमें से कई को विदेश से भी पैसा आता है। हालांकि सर्वे में इस बाबत विवरण नहीं मिल पाया था। यहां सिर्फ एक मदरसे के संचालन के लिए विदेशी मदद लिए जाने की बात सामने आई है।
संचालक ने एससीआरए में पंजीकृत भी करा रखा है। अब इन्हें बंद किए जाने की आशंका बन गई है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी का कहना है कि इस बारे में किसी तरह का निर्देश नहीं आया है। इसलिए इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।