लखनऊ। माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ ने पार्क रोड स्थित शिक्षा निदेशक कार्यालय पर शुक्रवार को विभिन्न मांगों को लेकर काला फीता बांध कर प्रदर्शन किया। इस दौरान संगठन ने नौ सूत्रीय ज्ञापन शिक्षा निदेशक माध्यमिक डॉ. महेंद्र देव को सौंपा।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह चौहान ने कहा कि हर दल की सरकारों में शिक्षणेत्तर कर्मियों के प्रति
दोहरा रवैया अपनाया जाता रहा है। निदेशालय स्तर से प्रबंध समिति में भागीदारी व उपार्जित अवकाश के राशि करण का प्रस्ताव सन् 2020 में शासन को भेजा गया है। लेकिन इस पर अब तक फैसला नहीं हुआ है।
कार्यकारी अध्यक्ष महावीर प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा कि लगभग एक वर्ष पूर्व शिक्षामंत्री (माध्यमिक) से
संगठन ने मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा, लेकिन आज तक शासन स्तर पर कोई वार्ता संपन्न नहीं हुई। जिसके फलस्वरूप किसी भी मांग पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान शिक्षामंत्री शिक्षणेत्तर कर्मियों के प्रति पूरी तरह से असंवेदनशील हैं। उपेक्षा से त्रस्त प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षणेत्तर कर्मियों में शिक्षा मंत्री के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।
उधर, एक और उप्र माध्यमिक शिक्षणेतर संघ ने शुक्रवार को शिक्षा भवन का घेराव किया। बाद में देर शाम अधिकारियों को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया। संगठन के अध्यक्ष विश्राम सिंह यादव ने बताया कि लंबे समय से एसीपी आदेश लंबित है। प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति नहीं हो रही है। कई विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन रुका हुआ है। लेखाधिकारी से मुलाकात के बाद भी कार्य में तेजी नहीं आ रही है।