बहराइच। जिले में परिषदीय विद्यालयों की वार्षिक परीक्षाएं समाप्त हो गई हैं। 31 मार्च तक वार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाना है। एक अप्रैल से नया सत्र शुरू हो रहा है। परिणाम तैयार करने के लिए शिक्षकों को अब सिर्फ एक दिन का समय मिल रहा है। ऐसे में शिक्षकों के लिए परीक्षा का परिणाम तैयार करना बहुत कठिन है।
यही नहीं छमाही परीक्षा कराए बिना अंक पत्र में कॉलम दे दिया गया। शिक्षकों को नंबर कैसे देना है, कोई विभागीय दिशा-निर्देश न मिलने के कारण शिक्षक असमंजस में हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत जिले में 2803 परिषदीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इन सभी विद्यालयों में पांच लाख से अधिक छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।
इन विद्यालयों में 20 मार्च से वार्षिक परीक्षाएं शुरू हुई थीं, जो 27 मार्च को समाप्त हो गईं। इस हिसाब से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के पास परीक्षाफल तैयार करने के लिए सिर्फ एक दिन शेष बचा है। उसमें भी तमाम बाधाएं सामने आ रही हैं।
विभागीय भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि एक अप्रैल से नया सत्र शुरू हो रहा है। इसके पहले ही बच्चों को अंकपत्र वितरित करना है। 31 मार्च को रविवार का अवकाश है। इस वजह से शिक्षकों के पास सिर्फ शनिवार का समय है। इस एक दिन में परीक्षाफल
तैयार कर बच्चों को कैसे उपलब्ध कराया जा सकेगा, ये एक बड़ी चुनौती है।
बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों का कहना है कि परिषदीय विद्यालयों में प्रथम सत्र की परीक्षा, अर्द्धवार्षिक व द्वितीय सत्र की परीक्षा नहीं कराई गई। सीधे वार्षिक परीक्षा कराई गई है। लेकिन बच्चों को जो अंक पत्र दिए जाएंगे, उसमें तीनों परीक्षाओं का कॉलम दर्शाया गया है। ऐसे में शिक्षक नंबर कैसे दें ये स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।
किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं
एक अप्रैल से नया शिक्षा सत्र शुरू हो रहा है। इसी के साथ परिषदीय विद्यालयों में बच्चों का दाखिला भी कराया जाएगा। बच्चों को परीक्षाफल वितरित किया जा रहा है। फरीक्षाफल वितरित करने में किसी प्रकार की कोई समस्या सामने नहीं आ रही है। –
एआर तिवारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी