अमृत विचार : शासन की ओर से बेसिक शिक्षक विभाग के शिक्षकों के लिए नया आदेश जारी हुआ है। इसमें प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों का हर स्कूल में बोर्ड लगेगा। जिसमें शिक्षक का पद नाम, योग्यता और ज्वाइनिंग की तिथि लिखी जाएगी। ताकि अधिकारियों को छापेमारी के समय किसी से कुछ न पूछना पड़े और स्कूल से नदारद शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके।
शासन परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए किसी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। शासन की मंशा है कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम के बच्चों को मात दे सकें। इसके लिए शासन लगातार नए आदेश जारी कर रहा है। कुछ समय पहले बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए बर्तन बदलने के निर्देश जारी किए गए थे। इससे पहले
बच्चों का रिजल्ट देने के समय अभिभावकों को कॉपी दिखाने के आदेश हुए थे। अब शासन ने शिक्षकों के लिए नया आदेश जारी करते हुए कहा है कि स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र का पूरा बायोडाटा और फोटो के साथ स्कूल में फ्रेम में लगाया जाएगा। फ्रेम में शिक्षक का फोटो, योग्यता और स्कूल में ज्वाइंनिग की तिथि शामिल होगी। जिससे किसी भी अभिभावक को शिक्षक के बारे में पूरा पता हो। इसके लिए शासन की ओर से एक स्कूल के लिए 150 रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
जिले में 8612 शिक्षक और शिक्षामित्र
जिले में इस समय 1956 स्कूलों में 8612 शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे है। इसमें शिक्षामित्र, अनुदेशक और शिक्षक शामिल हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालय में 2398 और प्राइमरी में 6216 शिक्षक है। उच्च प्राथमिक के लिए 3,59, 700 रुपये आए है। जबकि प्राइमरी के लिए 9,32,400 रुपये हैं। इन रुपयों को खाते में भेजा जा रहा है। ताकि शिक्षक जल्द से जल्द बायोडॉटा को स्कूलों में बोर्ड पर लगा लें।
शिक्षकों की उपलब्धि भी होगी शामिल
जिस प्रकार अधिकारियों का कार्यकाल उनके कार्यालय में लगे बोर्ड पर लिखा होता है, उसी तर्ज पर अब शिक्षक अपना बायोडाटा फ्रेम में लगाकर दीवार पर लगाएंगे। इसमें शिक्षक का नाम पदनाम, प्रशिक्षण योग्यता, मोबाइल नंबर, आंवटित विषय, विशिष्ठ उपलब्धि, शैक्षिक योग्यता, विद्यालय में तैनाती की तिथि आदि शामिल होगी।