सिद्धार्थनगर। उर्दू शिक्षक की गलत तरीके से नियुक्ति और वेतन का भुगतान और शिक्षा माफिया राकेश सिंह को बहाल करने के आरोपों को बीएसए देवेंद्र पांडेय ने गलत बताया है। उनका कहना है कि उन्होंने खुद शिक्षा माफिया पर केस दर्ज कराया था, बहाल करने का आरोप पूरी तरह से गलत और निराधार है। उन्होंने यह भी बताया कि जिलाधिकारी से अनुमति मिलने पर कोर्ट के एक कार्य से बाहर आए हुए हैं।
दरअसल, बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय एक बीईओ और दो बाबू पर उर्दू शिक्षक की तैनाती और वेतन भुगतान के साथ ही शिक्षा माफिया राकेश सिंह को बहाल करने का शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था। एसटीएफ की ओर से इस मामले में सदर बीएसए समेत चारों पर धोखाधड़ी, साजिश सहित अन्य धारा मेें सदर पुलिस ने केस दर्ज किया है।
बुधवार को फोन पर हुई वार्ता ने बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने शिक्षा माफिया के बहाल किए जाने के आरोप को गलत और निराधार बताया है। उन्होंने बताया कि स्वंय उन्होंने राकेश सिंह निवासी निवासी कुइचवर थाना भाटपार रानी जनपद देवरिया जो सिद्धार्थनगर जनपद के खड़कुई नानकार प्राथमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत था। उसके खिलाफ 21 अप्रैल, 2023 को शोहरतगढ़ थाने में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज करवाया था। उसे बहाल किए जाने का आरोपी पूरी से तरह से गलत और निराधार है। जिला अधिकारी से परमिशन लेकर कोर्ट के एक कार्य से बाहर आए हैं। बिना अनुमति के जनपद नहीं छोड़ा है। साथ ही जांच करने वाली टीम का सहयोग भी किया जा रहा है।