प्रतापगढ़। परिषदीय विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा में नकल विहीन – परीक्षा का दावा फेल हो गया है। बुधवार को प्रारंभ हुई परीक्षा में बच्चे झुंड में बैठकर परीक्षा देते रहे। कुछ स्कूलों में पेपर कम होने के कारण – बच्चों को समूह में बैठकर परीक्षा देना पड़ा।
बीएसए कार्यालय के कुछ कदम की दूरी पर स्थित मिडिल स्कूल पूरे पांडेय में बच्चे शिक्षिका से उत्तर पूछ कर पहले हाथ में लिखते बाद में कॉपी पर उतारते रहे। जबकि पात्मरी स्कूल में बच्चे एक ही मेज पर बैठकर प्रश्न को हल करते रहे। शिवगढ़ विकास खंड के प्राइमरी
स्कूल सचौली में बच्चे एक दूसरे की कापियां देखकर उत्तर लिखते नजर आए। गौरा विकास खंड के मॉडल प्राइमरी स्कूल बैरमपुर में बच्चे झुंड में बैठकर परीक्षा देते रहे। हालांकि शिक्षकों की जब नजर पड़ी, तो बच्चों को दूर-दूर बिठाकर परीक्षा कराई गई।
जिला समन्वयक योगेंद्र सिंह ने बताया कि कक्षा छह, सात और आठ में पहली पाली में गणित और दूसरी पाली में कला का पेपर हुआ, जबकि कक्षा चार और पांच में गणित, तीन में सामाजिक विज्ञान और कक्षा दो में हिंदी का पेपर हुआ है। उन्होंने बताया कि सभी शिक्षकों को नकल विहीन परीक्षा कराने को कहा गया है।