प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। जिले के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के 513 शिक्षकों और कर्मचारियों के न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) के करोड़ों रुपये उनके मूल खाते में तो ट्रांसफर हो गए हैं, लेकिन तकरीबन 14 महीने की धनराशि का हिसाब आज तक नहीं मिल सका है। इसे लेकर ये शिक्षक तीन महीने से परेशान हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के वरिष्ठ सहायक आलोक गुप्ता ने शिक्षकों-शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के फंड मैनेजर एसबीआई, यूटीआई और एलआईसी में निवेशित करोड़ों रुपये बिना सहमति के निजी कंपनियों
को ट्रांसफर कर दिया था। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ में 24 अक्तूबर 2023 को इसका खुलासा होने के बाद शिक्षकों ने आंदोलन शुरू किया। बाद में 25 जिलों के 4257 शिक्षकों और कर्मचारियों के पेंशन के करोड़ों रुपये निजी कंपनियों में ट्रांसफर करने का खुलासा हुआ था। इस मामले में दबाव बढ़ने पर प्रयागराज के 513 शिक्षकों की अप्रैल 2022 तक निजी कंपनी में निवेशित राशि जनवरी 2024 में ही मूल खाते में ट्रांसफर कर दी गई। जनवरी से सितंबर 2023 तक की राशि भी मूल खाते में भेज दी गई। लेकिन मई से दिसंबर 2022 तक और अक्तूबर 2023 से मार्च 2024 की 14 महीने की धनराशि अब तक स्थानान्तरित नहीं की जा सकी है। आदर्श माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री योगेश कुमार मिश्र का कहना है कि इसके अलावा कई शिक्षकों के बीच के कुछ महीनों की राशि का हिसाब भी नहीं मिल रहा है। इसे लेकर
शिक्षक परेशान हैं।
प्रदेश 25 जिलों में 25 जितयों की एनपीएस की राशि निजी कंपनी में निवेशित की गई थी। केवल प्रयागराज में सभी शिक्षकों की राशि उनके मूल खाते में वापस की जा सकी है। – पीएन सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक