संतकबीरनगर। प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय स्कूलों में भी अभिभावक डेस्क बनाया जाएगा, जहां पर अभिभावकों को विद्यालयों में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी, इसके साथ ही बच्चों का शैक्षिक प्रगति भी बताया जाएगा। इससे अभिभावकों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाई जाएगी।
जिले में 1247 परिषदीय विद्यालय है। इसमे 805 प्राथमिक विद्यालय, 192 उच्च प्राथमिक विद्यालय और 250 कंपोजिट विद्यालय है। बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए अभिभावक निजी स्कूलों की ओर ज्यादा आकर्षित होते है। क्याेंकि इनमें हर महीने मासिक टेस्ट होता है। अभिभावक के साथ बैठक कर बच्चों के बारे में बताया जाता है। जबकि परिषदीय विद्यालयों में यह व्यवस्था नहीं है। अब परिषदीय विद्यालयों में हेल्प डेस्क बनाने की योजना तैयार हुई है।
हेल्प डेस्क से सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार होगा। समग्र शिक्षा योजना, बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ, कन्या सुमंगला योजना आदि की जानकारियां दी जाएंगी। आउट ऑफ स्कूल बच्चों के बारे में अभिभावको को बताया जाएगा। उन्हें स्कूल में वापसी का प्रयास भी डेस्क के माध्यम से होगा। वहीं अभिभावक की ओर से कोई शिकायत की जाती है तो उसका रिकार्ड सुरक्षित करने के लिए रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा।
बीएसए अमित कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए काफी प्रयास किया जा रहा है। बच्चों के बौद्धिक विकास में अभिभावकों की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए पहल की गई है। अभिभावकों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने के पयास ब्लॉक स्तर पर किए जा रहे है। सभी स्कूलों में हेल्प डेस्क बनाने के लिए प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिए गए हैं।