नई दिल्ली, । राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने नकली स्कूली पाठ्यपुस्तकों को लेकर सोमवार को चेतावनी जारी की। एनसीईआरटी ने कहा कि इनमें तथ्यात्मक रूप से गलत सामग्री होने की आशंका है। वहीं अपनी पाठ्यपुस्तकों की अनधिकृत छपाई और उनकी व्यावसायिक बिक्री के प्रति लोगों को आगाह किया।
परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, कुछ प्रकाशक एनसीईआरटी से अनुमति प्राप्त किए बिना इसकी वेबसाइट पर उपलब्ध एनसीईआरटी की स्कूली पाठ्यपुस्तकों को अपने नाम से छाप रहे हैं। अगर कोई व्यक्ति व्यावसायिक बिक्री के लिए एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों को पूर्ण या आंशिक रूप से प्रकाशित करता हुआ पाया जाता है तो उसे कॉपीराइट अधिनियम 1957 के तहत कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
एनसीईआरटी ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि तीसरी कक्षा की पाठ्यपुस्तकें अप्रैल के अंतिम हफ्ते तक और छठी कक्षा की किताबें मई के मध्य तक उपलब्ध होंगी। इसमें यह भी कहा था कि पहली, दूसरी, सातवीं, आठवीं, दसवीं और 12वीं कक्षा की पाठ्यपुस्तकों के 2023-2024 संस्करणों की 1.21 करोड़ प्रतियां देश भर में जारी की गई हैं।