श्रावस्ती। जिले में मौसम का पारा 43 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। इसके साथ ही लगातार चल रही धूल भरी गर्म पछुआ हवाओं के कारण तपन काफी बढ़ गई है।
वहीं इन सबसे बेपरवाह बेसिक शिक्षा विभाग शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक विद्यालय का संचालन कराया जा रहा है। जबकि शिक्षक लगातार विद्यालय समय बदलने की मांग कर रहे हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं।
सोमवार को सिरसिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय गब्बापुर में कक्षा छह का छात्र ओमकार अचानक गर्मी के कारण बेहोश हो गया। आनन-फानन शिक्षिका अनुपमा शर्मा ने उसके चेहरे पर पानी का छिड़काव किया और उसका चेहरा धुला। इसके बाद होश में आए छात्र को परिजनों को बुलाकर घर भेज दिया गया। बीएसए अमिता सिंह ने बताया कि अध्यापकों ने बताया कि बच्चे की
तबीयत पहले से खराब थी। इस कारण बच्चा चक्कर खाकर गिर गया।
यह भी दुश्वारी : जिला प्रशासन की ओर से लोकसभा चुनाव के लिए पोलिंग बूथों का कराए गए सर्वे में जिले में 26 विद्यालयों में पानी की व्यवस्था नहीं मिली। वहीं 22 विद्यालयों में बिजली का कनेक्शन ही नहीं है। शॉर्ट सर्किट से फसलों में आग न लगे। इसलिए सुबह 10 बजे से ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली काट दी जाती है। ऐसे में विद्यालय समय में शिक्षक व छात्र बगैर पंखे के
पढ़ाई करने को विवश हैं। अस्पतालों में बढ़ी भीड़ : गर्मी के कारण मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मेडिकल कॉलेज में सोमवार को 808 मरीज इलाज के लिए पहुंचे। सीएमएस डॉ. रामगोपाल ने बताया कि इसमें अधिकतर मरीज उल्टी दस्त व बुखार से पीड़ित रहे। हालांकि अभी तक हीट वेव से गंभीर स्थिति नहीं हुई है।