गोंडा। बेसिक, माध्यमिक और मदरसों के 64,402 बच्चों का डाटा यू डायस पर फीड नहीं हो पा रहा है। हाल ये है कि कागजों पर चल रहे विद्यालयों ने साल के आखिरी तक बच्चों का आंकड़ा ही नहीं दिया। वहीं, संचालित विद्यालयों से भी बड़े पैमाने पर विद्यार्थी घट गए।
यू डायस पोर्टल पर बेसिक के 2609 समेत माध्यमिक और मदरसे को मिलाकर कुल 4676 विद्यालयों के विद्यार्थियों का डाटा फीडिंग किया जाना था। इसी आंकड़े के आधार पर नए शैक्षणिक सत्र की योजनाएं व बजट जारी होना था। इतना ही नहीं फर्जी आंकड़ों के जरिए परिषदीय विद्यालयों में मिड-डे-मील, डीबीटी और शैक्षणिक व्यवस्थाओं के नाम पर चपत पहुंचाने वालों पर नकेल भी कसी जानी है। इसको लेकर तमाम निर्देशों के चावजूद शैक्षणिक सत्र 2023 24 में 64,402 विद्यार्थियों की डाटा फीडिंग नहीं हो पाई है। इसको लेकर बीईओ व प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी
किया गया। कार्रवाई के लिए चेतावनी देकर अधिकारियों ने खुद को सुरक्षित किया है।
अधिकारियों ने बताया कि स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा मामले में सख्त हो गई हैं। बीएसए को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बीईओ स्तर से एक बार फिर रिपोर्ट तलब की गई है।
छूटने पर नहीं हो सकेगी सरकारी रिकॉर्ड में गणना
एमआईएस इंचार्ज जगदीश शरण गुप्त ने बताया कि किसी विद्यालय का एक भी बच्चा अगर यू-डायस जनरेटेड पीईएन (पर्सनल एजुकेशन नंबर) से वंचित है या वंचित रह जाता है तो उस विद्यार्थी की गणना किसी भी सरकारी रिकॉर्ड में नहीं हो सकेगी। जिसके परिणामस्वरूप यो विद्यार्थी किसी भी सरकारी अनुदान व छात्रवृत्ति का लाभ नहीं ले सकेगा और न ही किसी शासकीय प्रतिस्पर्धा, परीक्षा व मान्य विद्यालयों में पंजीकरण हो सकेगा। बच्चों के भविष्य को देखते हुए उच्चाधिकारियों के स्तर से कड़े निर्देश दिए गए
कोताही न बरतने के दिए निर्देश सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व प्रधानाध्यापकों को
नोटिस जारी किया गया है। कक्षा एक से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए पीईएन (पर्सनल एजुकेशन नंबर) की अनिवार्यता के संबंध में जानकारी दी गई है। पोर्टल के ट्रांसफर सर्टिफिकेट माड्यूल से जनरेट सीसी की 6 मान्य होगी। ऐसे में कोताही न बरतने की चेतावनी दी गई है। प्रेमचंद यादव, बीएसए