लखनऊ,गिरफ्तार कोचिंग संचालक अमित सिंह ने एसटीएफ के सामने कई खुलासे किये। उसने कबूला कि राजीव नयन के कहने पर उसने सिपाही भर्ती परीक्षा के 40 अभ्यर्थियों की व्यवस्था की थी। राजीव के खास साथी पुष्कर पाण्डेय ने इन अभ्यर्थियों को रीवा तक ले जाने की व्यवस्था की थी। ये सब बस से रीवा गये थे।
वहां शिव शक्ति रिजार्ट में इन अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाया गया। इसके बाद ही उन्हें उत्तर रटवाये गये। रीवा रिजार्ट में राजीव, कामेश्वर मौर्य, पुष्कर पाण्डेय समेत कई लोग पूरे समय साथ रहे थे।
पांच लाख खाते में भेजे
अमित ने बताया कि राजीव नयन ने उसी दिन पांच लाख रुपये और देने को कहा। उसके पास तब रुपये नहीं थे। इस पर उसने अपने चचेरे भाई गोण्डा निवासी विजय प्रताप सिंह से अपनी जरूरत बताकर पांच लाख रुपयों की व्यवस्था करने को कहा था। रुपयों की व्यवस्था होने पर अमित ने राजीव के दिये खाता नम्बर में ट्रांसफर करा दिया था। ये पांच लाख रुपये आरओ भर्ती परीक्षा का लीक पर्चा देने के लिये दिया गया था। रीवा रिसार्ट में राजीव नयन मिश्र, कामेश्वर मौर्या, पुष्कर पाण्डेय व अन्य कई लोग थे।