अवधेश पाण्डेय, जागरण प्रयागराज बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा छह से आठ तक के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को विज्ञान विषय में डिजिटल लिटरेसी, कंप्यूटेशनल थिंकिंग, कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) की भी शिक्षा दी जाएगी। राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान ने नई शिक्षा नीति-2020 के तहत पाठ्यक्रम तैयार किया है। विज्ञान की किताब के अंतिम
• राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान ने तैयार किया पाठ्यक्रम
भाग में कंप्यूटर के चैप्टर के स्थान पर यह विस्तृत पाठ्यक्रम जोड़ा गया है। राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान से इसे राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीआरटी) लखनऊ को भेजा जा चुका है।
नई शिक्षा नीति में वर्तमान आवश्यकताओं को देखते हुए
विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम तैयार कर चरणबद्ध ढंग से पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है। कक्षा छह, सात और आठ में अभी विज्ञान विषय में कंप्यूटर की भी पढ़ाई होती थी, जिसमें यह अध्याय विस्तृत नहीं था। नई शिक्षा नीति-2020 के तहत इन तीनों कक्षाओं के विज्ञान विषय में डिजिटल लिटरेसी, कंप्यूटेशनल थिकिंग, कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) को विस्तृत रूप से जोड़ा गया है। संस्थान में
विज्ञान समन्वयक मंजूषा गुप्ता ने बताया कि कक्षा छह में कंप्यूटर, माइक्रोसाफ्ट पेंट, माइक्रोसाफ्ट वर्ड, चरणबद्ध सोच, स्क्रैच, पाइथन और इंटेलीजेंस का अध्याय शामिल किया गया है। इसी तरह कक्षा सात में कंप्यूटर एवं इंटरनेट, माइक्रोसाफ्ट वर्ड का प्रयोग, माइक्रो साफ्ट एक्सेल, तार्किक सोच, स्क्रैच द्वारा कोडिंग, पाइथन टोकन्स और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) को जोड़ा गया है।
एआइ में एआइ के विकास के बारे में तो पढ़ाया ही जाएगा, साथ ही सीखने की प्रक्रिया और इसके प्रकार व दैनिक जीवन में उपयोग के बारे में भी छात्र-छात्राएं पढ़ेंगे। इसके अलावा कक्षा आठ विज्ञान विषय में विद्यार्थी नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा, माइक्रोसाफ्ट वर्ड, माइक्रोसाफ्ट एक्सेल, स्क्रैच द्वारा कोडिंग, पाइथन में यूजर इनपुट के साथ-साथ डेटा और एआइ भी विस्तार से पढ़ेंगे।