शिक्षकों की कमी बरकरार समय बढ़ाने पर तकरार
NEP के तहत छुट्टियाँ के बाद 40 मिनट की होंगी कक्षाएं
यूपी बोर्ड में एनईपी के तहत स्कूलों के समय में बदलाव हो गया है। स्कूल अब सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक लगेंगे। एनईपी के तहत स्कूलों में 40 मिनट का समय बढ़ा दिया गया है। स्कूल 5 घंटे 20 मिनट की जगह अब 6 घंटे लगेंगे। लेकिन, माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट छात्र-शिक्षक के अनुपात को लेकर इस बदलाव से नाखुश है। संघ के पदाधिकारियों ने गर्मी की छुट्टियों के बाद इसका विरोध करने का ऐलान किया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि यूपी बोर्ड में एनईपी के तहत स्कूलों का समय बढ़ाया गया है। पहले मध्यांतर के पहले 40 मिनट के चार और मध्यांतर के बाद 35 मिनट के चार पीरियड होते थे। इसमें 20 मिनट मध्यांतर के होते थे। लेकिन, एनईपी के तहत अब प्रत्येक पीरियड स्कूल में 40 मिनट के लगेंगे। इसके निर्देश सभी स्कूलों को दे दिए गए हैं। वहीं, मध्यांतर अभी भी 20 मिनट का ही होगा.
प्रतिवर्ष कम हो रहे 12 हजार शिक्षक
सोहन लाल वर्मा ने बताया
कि शिक्षण कार्य की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिए जा रहे हैं लेकिन शिक्षकों की कोई भी मांग पूरी नहीं किया जा रहा। ऐडेड स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात बहुत कम है। 80 हजार स्वीकृत पदों पर मात्र 62 हजार शिक्षक ही मौजूद हैं। एक स्कूल में प्रत्येक विषय में 6 से 10 तक एलटी ग्रेड (सहायक अध्यापक) में दो शिक्षक चाहिए। प्रवक्ता वर्ग में भी प्रत्येक विषय में दो शिक्षक चाहिए। बोर्ड का गठन नहीं होने से पिछले चार साल से भर्तियां नहीं हो रही हैं। उधर, 200 शिक्षक प्रति मंडल प्रतिवर्ष रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में 12 हजार शिक्षक प्रतिवर्ष कम हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कैसे मिल सकेगी?
पांच दिन स्कूल या वापस हो निर्देश
माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के पदाधिकारियों ने शासन के इस निर्देश को वापस लेने की मांग की है। संघ के अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा ने बताया कि स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात बहुत कम है। ऐसे में स्कूल पहले की ही तरह लगाए जाएं। अन्यथा, स्कूल हफ्ते में पांच दिन संचालित हों। उन्होंने बताया कि गर्मी की छुट्टियों के बाद संघ इसे लेकर आंदोलन करेगा.