प्रतापगढ़। कक्षा एक से आठ तक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य से गैर मान्यता प्राप्त स्कूल खिलवाड़ कर रहे हैं। जिन स्कूलों के पास मान्यता नहीं है वे बच्चों का नामांकन कर लेते है और रिजल्ट दूसरे स्कूलों के नाम का देते है। शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों का ध्यान इस ओर बहुत कम जाता है। निशुल्क एवं बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के नियमावली 2011 के तहत गैर मान्यता प्राप्त स्कूल पर एक लाख रूपये जुर्माना का प्राविधान है उसके बावजूद यदि स्कूल संचालित किया जा रहा है तो दस हज़ार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से वसूल किया जाएगा।
अभी हाल ही मे शासन द्वारा निर्गत आदेश के क्रम में जनपद में 75 गैर मान्यता प्राप्त स्कूल को चिन्हित कर नोटिस तामील करवाया गया है जिसमे एक सप्ताह का समय स्पष्टीकरण देने के लिए प्रबन्धक
प्रधानाचार्य को कहा गया था लेकिन उसके बावजूद गैर मान्यता प्राप्त स्कूल धड़ल्ले से संचालित किया जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जारी प्रेस रिलीज में 75 गैर मान्यता प्राप्त स्कूल के नाम नहीं दिए गए थे उनके द्वारा अबतक गैर मान्यता प्राप्त स्कूल पर क्या कार्यवाही किया गया इसका भी कोई स्पष्ट प्रेस रिलीज जारी नही किया गया। विकास खण्ड रामपुर संग्रामगढ़ अन्तर्गत गैर मान्यता प्राप्त
संचालित स्कूल इंद्राणी पब्लिक स्कूल सिरिया कस्बालतीफपुर, एमआईडी एजुकेशनल एकेडमी बल्लू का पुरवा नौढीया, बीएसएम पब्लिक स्कूल जसमेढा, गनेशा देवी बाल विद्या मंदिर मोठीन, पीटीएस कान्वेंट स्कूल दखवापुर, विश्वनाथ यादव पब्लिक स्कूल जसमेढा, आरजी सुनितारानी शिक्षा सदन महामदपुर खास, मां चौरासा देवी ढिंगवस, तुलसीराम पब्लिक स्कूल कामापट्टी, एमआईडी पब्लिक स्कूल उमरिया
नौढीया, सीपीएस कल्याणपुर, आईएलसी इंटरनेशनल लैंग्यूज कान्वेंट स्कूल रजैसा कस्बालतीफपुर, एबीसीडी खण्डवा, न्यू चिल्ड्रेन एकेडमी पूरे छत्तू, बसंत विद्या निकेतन बसंतगंज जेंवई, माधव मानटेंसरी धनाटिकारिया, श्री गंगा पब्लिक स्कूल शंकर तिराहा नौढीया कस्बा, छोटू इंटरनेशनल कान्वेंट स्कूल भटनी, आरआरपी स्कूल नौढीया, रूद्रदेव एकेडमी कसहर को गैर मान्यता प्राप्त स्कूल संचालन को लेकर प्रबन्धक प्रधानाचार्य को नोटिस तामील करवाया गया है उसके बावजूद ये स्कूल संचालित हो रहे है। गैर मान्यता प्राप्त स्कूल में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ के साथ साथ अभिभावकों की जेब ढीली किया जा रहा है। अभिभावक को भी चाहिए कि अपने बच्चे का दाखिला मान्यता प्राप्त स्कूल में करवाना चाहिए। उनको स्कूल से यू डायस कोड के बारे में जानकारी करनी चाहिए।