मंझनपुर। तमाम कवायद के बावजूद परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की आदतों में सुधार नहीं आ रहा है। मंगलवार को बीएसए की अगुवाई में विभागीय अफसरों के औचक निरीक्षण में ऐसा ही कुछ देखने को मिला। जिले भर के 72 स्कूलों के निरीक्षण में 19 शिक्षक ड्यूटी से गैर हाजिर मिले। बीएसए ने अनुपस्थित शिक्षकों के एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया है। साथ ही कंपोजिट ग्रांट का लेखा-जोखा नहीं प्रस्तुत करने पर प्रधानाध्यापक से जवाब-तलब किया है।
बीएसए डॉ. कमलेंद्र कुशवाहा के निरीक्षण में सिराथू क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय कुंड्रावी में प्रभारी प्रधानाध्यापक बृजेशचंद्र श्रीवास्तव, विजय पाल सिंह, हीरालाल, सपना सोनकर, निर्मला, चंदन सिंह व परिचारक सुनील सिंह अनुपस्थित मिले। मौजूद शिक्षामित्र विद्यालय के कोई अभिलेख नहीं दिखा सके। बीएसए ने सभी शिक्षकों के एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया। साथ ही प्रभारी प्रधानाध्यापक का अग्रिम आदेश तक वेतन रोका है। नोटिस देकर सात दिन में स्कूल की अव्यवस्था समेत अन्य विषय पर जवाब मांगा है। प्राथमिक विद्यालय जगन्नाथपुर में शिक्षमित्र मो. मुस्लिम बिना सूचना के अनुपस्थित मिले। यहां पंजीकृत 76 बच्चों के सापेक्ष मात्र आठ बच्चे ही स्कूल में मौजूद मिले। एमडीम में पिछले कई दिन से 46 बच्चे दर्ज किए जा रहे थे। इस पर प्रधानाध्यापक राघवेंद्र प्रताप सिंह को नोटिस देकर जवाब-तलब किया।
कंपोजिट विद्यालय फाजिलपुर गोपालपुर में सहायक अध्यापिका अमिता केसरवानी, प्रतीक कुमार, अनिल कुमार व शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले। बीएसए ने सभी का एक दिन का वेतन और मानदेय रोकते हुए जवाब-तलब किया। कंपोजिट विद्यालय जवई में कंपोजिट ग्रांट का हिसाब प्रधानाध्यापक शाहिद अली नहीं दे सके। स्कूल की लाइब्रेरी का रैक टूटा मिला। साथ ही अन्य अव्यवस्था मिली। एमडीएम में बच्चे को दूध नहीं दिया जाने की शिकायत मिली। एमडीएम पंजीका में भी अधिक बच्चों की संख्या दर्शाना प्रतीत हुआ। इस पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक को कारण बताओ नोटिस जारी की गई। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय अनेठा के प्रधानाध्यापक पुष्पराज सिंह भी कंपोजिट ग्रांट का हिसाब नहीं दे सके। बीएसए ने इनसे सात दिनों में साक्ष्य सहित जवाब मांगा है। इसके अलावा सभी खंड शिक्षा अधिकारियों एवं जिला समन्वयकों ने भी विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया। बीएसए ने बताया कि कुल 72 विद्यालयों के निरीक्षण में गैरहाजिर मिले। 19 शिक्षकों के एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया है।