गोंडा
अमृत विचारः एमडीएम व आंगनबाड़ी केंद्र पर जाने वाले खाद्यान्न में खेल किया जा रहा है। पूरा खाद्यान्न कोटेदार के घर नहीं पहुंच पा रहा है। शिकायत पर आपूर्ति विभाग में हड़कंप मचा है। कोटेदार के घर खाद्यान्न न पहुंचने से स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र पर कटौती की जा रही है।
जिले में एमडीएम व आंगनबाड़ी केंद्र पर खाद्यान्न पहुंचाने में गड़बड़ी की जा रही है। ट्रांसपोर्टर विभाग से जुड़े लोगों से मिल गड़बड़ी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस खेल में ट्रांसपोर्टरों की भूमिका पर भी उंगली उठ रही है। रूपईडीह, छपिया, परसपुर, करनैलगंज, बेलसर में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है जिसकी
शिकायत हुई है। जिले में एमडीएम
व आंगनबाड़ी को दिए जाने वाले राशन का आवंटन तीसरे माह जारी होता है। राशन को भी ट्रांसपोर्टर को पहुंचाना है। बताया जाता है कुछ ट्रांसपोर्टर विभाग के घुसपैठियों से मिलकर खेल कर रहे हैं जब कोटेदारों द्वारा इसकी शिकायत की जाती है तो दुकानों की जांच करने की धमकी दी जाती है। जिसके डर के चलते कोटेदार मुखर नहीं हो रहा है जिसका लाभ ट्रांसपोर्टर उठा रहे हैं। कुछ महीने पहले रुपईडीह के कोटेदारों ने आवाज भी उठाई थी, लेकिन उनकी आवाज विभागीय कर्मचारियों ने दबा दी। इसी तरीके से परसपुर विकासखंड के खरगू चांदपुर गांव की आंगनबाड़ी केंद्र पर खाद्यान्न में गड़बड़ी किए जाने की शिकायत विभाग में हुई।
जानकार बताते हैं इसके लिए जांच का आदेश भी हुआ, लेकिन क्षेत्र के पूर्ति निरीक्षक ने जांच के नाम पर लीपापोती कर दी। हालांकि विभाग की ओर से एमडीएम व आंगनबाड़ी के आवंटन के जांच के लिए कहा गया था। संबंधित क्षेत्र के कर्मचारियों ने अभी तक रिपोर्ट भी नहीं सौपी है। पूर्ति विभाग की लापरवाही व लचर व्यवस्था के चलते एमडीएम खाद्यान्न में खेल किया जा रहा है। जानकार बताते हैं कि यदि इसके सही तरीके से जांच हो तो बड़ी गड़बड़ी मिलेगी। जिला पूर्ति अधिकारी कृष्ण गोपाल पांडे ने बताया कि परसपुर विकासखंड के एक गांव के खाद्यान्न में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी जांच रिपोर्ट अभी नहीं मिली, मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।