लखनऊ। प्रदेश के मदरसों में गणित, विज्ञान, इतिहास और नागरिक शास्त्र अनिवार्य विषय के तौर पर नहीं पढ़ाया जा रहा है। ऐसा तब है जब मदरसा शिक्षा परिषद साल 2021 में इन विषयों को अनिवार्य तौर पर पाठ्यक्रम में शामिल करने के प्रस्ताव पर मुहर लगा चुका है। ऑल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया ने मदरसा बोर्ड से इन विषयों को पाठ्यक्रम में
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2021 में ही मदरसा बोर्ड लगा चुका है प्रस्ताव पर मुहर
अनिवार्य रूप से शामिल करने की मांग की है। एसोसिएशन के महामंत्री वहीदुल्लाह खान सईदी ने मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद को पत्र भेज कर बताया कि कि 12 अक्तूबर 2021 को मदरसा शिक्षा परिषद एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के अनुसार कक्षा एक से लेकर हाईस्कूल स्तर तक प्राथमिक गणित, प्राथमिक विज्ञान, इतिहास एंव नागरिक शास्त्र को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाये जाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। इसके बावजूद रजिस्ट्रार ने इन विषयों को पढ़ाने व परीक्षा में अनिवार्य रूप से शामिल करने का आदेश नहीं किया। इसकी वजह से परिषद की वर्ष 2022, 2023 तथा 2024 की परीक्षा बिना अनिवार्य विषय के रूप में संपन्न हुई। नतीजतन मदरसे के विद्यार्थियों का अहित हुआ है। लिहाजा इन विषयों को अनिवार्य रूप से पढ़ाने और परीक्षा शामिल करने के लिए मदरसों को आदेश जारी किया जाए