एटा। एक किशोर के 8 बार वोट डालने के वीडियो ने देश-प्रदेश की राजनीति और चुनाव आयोग तक खलबली मचा दी। जिस पर त्वरित कार्रवाई हुई और रात में ही किशोर को अभिरक्षा में ले लिया गया। आरोपी नाबालिग है और स्वयंसेवी (वॉलंटियर) बनकर बूथ पर तैनात था। बुजुर्गों को बूथ पर लाने के बहाने उनके वोट खुद ही डालकर वीडियो बना लेता था। जिन्हें एडिट कर रील बना दी गई। उसके मोबाइल से मिले वीडियो से स्थिति साफ हुई है। आरोपी के पिता एक ग्राम पंचायत के प्रधान हैं। रविवार शाम को यह वीडियो वायरल हुआ तो मामला तुरंत ही तूल पकड़ गया। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सपा प्रमुख और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने
एक्स अकाउंट से वीडियो को पोस्ट कर निर्वाचन अधिकारियों को कार्रवाई की चुनौती दी थी। वीडियो इतनी तेजी से फैला कि आयोग के निर्देश पर रात में ही कार्रवाई करते हुए पहले थाना नयागांव अज्ञात में एफआईआर दर्ज कराई गई। कुछ ही देर बाद पुलिस किशोर के गांव खिरिया पमारान पहुंची और उसे अभिरक्षा में थाने ले आई। इसके बाद मुख्य चुनाव अधिकारी उप्र रणदीप रिणवा ने पोलिंग पार्टी को निलंबित करने के निर्देश और इस बूथ पर रीपोल की संस्तुति भारत निर्वाचन आयोग से कर दी