प्रतापगढ़, । इस लोकसभा चुनाव में बेसिक शिक्षा विभाग के 54 शिक्षक महज कागज पर चुनाव ड्यूटी कर रहे हैं। अफसरों के चहेते इन शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी से बचाने के लिए अफसरों ने प्रशिक्षण स्थल पर सहयोग करने की जिम्मेदारी दे दी। इसके बाद बताया गया कि यह शिक्षक पोलिंग पार्टी रवाना स्थल पर कार्मिकों का सहयोग करेंगे। जबकि यह शिक्षक न प्रशिक्षण स्थल पर नजर आए और न पोलिंग पार्टी रवाना स्थल पर।
लोकसभा चुनाव के लिए मतदान कार्मिकों की सूची बनाते समय ही अफसर अपने चहेते शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी से बचा लेते हैं। जबकि दिव्यांग और बीमारों की ड्यूटी लगा दी जाती है। इस बार ड्यूटी लगते ही शिक्षकों ने दबी जुबान से इसका विरोध शुरू कर दिया। शिक्षकों को संतुष्ट करने के लिए
अफसरों ने चहेते शिक्षकों का बचाव करने के लिए उनकी ड्यूटी प्रशिक्षण स्थल पर लगा दी। सात दिन चले प्रशिक्षण में इसमे से एक भी शिक्षक नजर नहीं आया। कमोवेश वहीं हाल रविवार को पोलिंग पार्टी रवाना स्थल पर भी रहा। कुछ शिक्षकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहां अफसरों ने अपने चहेते शिक्षकों की ड्यूटी सहयोग करने के लिए लगाई थी लेकिन सूची में शामिल एक भी शिक्षक एटीएल मैदान में नहीं दिखा। अफसरों के इस दोहरे रवैये को लेकर कार्मिकों में तरह-तरह की चर्चा रही।