कानपुर, माध्यमिक शिक्षा विभाग ने नई पेंशन स्कीम (एनपीएस) में वर्ष 2020 और 2021 में भेजे गए 21 करोड़ के बजट का शनिवार को भी पता नहीं चला। पर डीआईओएस के स्तर से शिक्षा विभाग को फरवरी में भेजे गए एक पत्र से हड़कंप मच गया है। इसमें कहा गया है कि नई पेंशन के रिटायर 26 (अब 32) शिक्षक नई पेंशन लेना नहीं चाहते हैं। सच यह है कि इनके खातों में पूरा राज्यांश ही जमा नहीं है। शनिवार को अवकाश होने के बावजूद बजट का विवरण तलाशा गया।
खास बात यह है कि हर वर्ष अनिवार्य रूप से मांगा जाने वाला उपभोक्ता प्रमाण पत्र पिछले चार वर्षों से न तो लेखा विभाग ने इनसे संजीदगी से मांगा और न ही डीआईओएस कार्यालय के लेखा विभाग ने इन्हें दिया। ऐसे में पेंशन के 21 करोड़ कहां गए उसकी जानकारी अब तक अस्पष्ट है। कोषागार से भी इसकी जानकारी मांगी जा रही है। माध्यमिक के नई पेंशन स्कीम के दायरे में आने वाले अब तक 32 शिक्षकों का रिटायरमेंट हो चुका है। इनमें से एक को छोड़ किसी की पेंशन नहीं बनी है। विधायक राज बहादुर सिंह चंदेल ने इस प्रकरण को विधान परिषद में उठाया था। इसके बाद से अब तक जांच चल रही है। डीआईओएस कार्यालय ने विभाग को जो पत्र लिखा उसमें जानकारियां स्पष्ट नहीं हैं।