बरेली, । बेसिक स्कूलों के बच्चों को खेलों से जोड़ने के लिए योजना बनाई गई है। बच्चों का एसेसमेंट टेस्ट लेने के बाद खेलो इंडिया एप पर उनका डाटा अपलोड किया जाएगा। इसमें स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) की भी मदद ली जाएगी। बच्चों को उनकी रुचि और क्षमता के अनुसार खेलों से जोड़ा जाएगा।
शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने सभी मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशकों और बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया है। सभी प्रधानाध्यापकों को यह निर्देश दिया गया है कि वह अपने बच्चों का एसेसमेंट टेस्ट प्रारंभ करके खेलो इंडिया एप पर अपलोड करें।
जहां शारीरिक शिक्षा अनुदेशक तैनात नहीं हैं, वहां खेलों में रुचि रखने वाले शिक्षक को नामित कर यह काम कराया जाए। यदि इस काम को संपन्न करने में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो जनपद वार/ब्लॉक वार साई से प्रशिक्षित किए गए मास्टर ट्रेनर की मदद ली जाए। खेल विभाग के अधिकारियों, खेल शिक्षकों, मास्टर ट्रेनर का पूरा सहयोग लिया जा सकता है।
इस दौरान सभी बच्चों का पूरा विवरण एक्सेल शीट पर विद्यालय स्तर से ही तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
बड़े खिलाड़ियों से छात्रों को कराएं रूबरू पत्र में कहा गया है कि विद्यालय स्तर से राज्य स्तर तक की सभी खेल प्रतियोगिताओं में खेल संगठन के विशेषज्ञ और खेल विभाग के अधिकारियों को आमंत्रित किया जाए। अपने क्षेत्र के अच्छे खिलाड़ियों को स्कूल में आमंत्रित करें। छात्रों को उनसे रूबरू कराएं। इससे छात्रों को प्रेरणा मिलेगी।
अपनी रुचि के हिसाब से खेल चुने छात्र
बेसिक शिक्षा निदेशक ने साफ कहा है कि बच्चों को मात्र खेल रैली के लिए तैयार करने की जगह खेलों पर अधिक से अधिक ध्यान दिया जाए। कक्षा एक से आठवीं तक का प्रत्येक बच्चा अपनी रुचि के अनुसार किसी न किसी खेल से अवश्य जोड़ा जाये। प्रत्येक बच्चे को खेलने का अवसर मिलना चाहिए। इंडिविजुअल इवेंट में प्रतिभागी के व्यक्तिगत प्रदर्शन का रिकॉर्ड भी सुरक्षित रखा जाए। यह उपलब्धि बच्चों के पूर्ण विवरण वाली सीट में अंकित भी होनी चाहिए