पूरनपुर/पीलीभीत, एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले एक बच्चे ने फोन पर एसडीएम से घटिया क्वालिटी का मिड डे मील मिलने की शिकायत की। उसने कहा स्कूल में शिक्षक पढ़ाते नहीं हैं, टाइम पास करते हैं। इस कॉल के बाद एसडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार गांव पहुंचे और शिक्षक से जानकारी लेते हुए शिक्षण कार्य सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता भी सुधारने को कहा। मामला चर्चा का विषय बना रहा।
परिषदीय स्कूलों में शिक्षण कार्य और मध्यान्ह भोजन योजना की एक बच्चे ने पोल खोल दी। दो दिन पहले दुर्जनपुर कलां के एक परिषदीय स्कूल के बच्चे ने फोन पर एसडीएम से शिकायत की। बच्चे ने कहा कि स्कूल में शिक्षक खाली बैठे रहते हैं,पढ़ाते नहीं है। सिर्फ टाइम पास करने के लिए आते हैं। बच्चों को खुद ही किताब पढ़ने के लिए कहकर आपस में बातें करने लगते हैं। उसने एसडीएम से कहा कि स्कूल में मिलने वाला मिड डे मिल भी खराब दिया जा रहा है। सब्जी, दाल आदि भी खाने योग्य नहीं दी जाती।
व्यस्तता के चलते एसडीएम ने खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए मामले को दिखवाने को कहा लेकिन शिक्षा विभाग ने मामले को नजरअंदाज कर दिया। अधिकारियों के न सुनने पर बच्चे ने नायब तहसीलदार अभिषेक त्रिपाठी के पास फोन किया और अपनी शिकायत दोहराई। गुरुवार को नायब तहसीलदार अभिषेक त्रिपाठी दुर्जनपुर कला गांव पहुंचे। हालांकि इस दौरान स्कूल बंद हो चुका था लेकिन उन्होंने स्कूल में पढाने वाले शिक्षक को बुलाया और उनसे शिक्षण कार्य और मिड डे मील की जानकारी ली।
उन्होंने फोन करने वाले बच्चों के बारे में भी जानकारी जुटाई लेकिन उसका पता नहीं चल सका। नायब तहसीलदार ने शिक्षक से शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा बच्चों को मेन्यू के मुताबिक गुणवत्ता वाला मिड डे मील दिया जाए। दोबारा शिकायत मिलने पर तहसीलदार ने कार्रवाई की चेतावनी दी।
फोन पर एक बच्चे ने सरकारी स्कूल में शिक्षा व्यवस्था खराब होने की शिकायत की। गांव पहुंचकर शिक्षक को सुधार करने के लिए कहा गया है। मिड डे मील मेन्यू के मुताबिक देने को कहा गया है- अभिषेक त्रिपाठी, नायब तहसीलदार।