ललितपुर। स्कूल न आने वाले बच्चों का सर्वेक्षण कर शिक्षक उनके घर जाएंगे और अभिभावकों से कारण जानेंगे। इसके बाद इन बच्चों का स्कूल में प्रवेश कराया जाएगा।
जिले में 1354 परिषदीय व कंपोजिट विद्यालय हैं, इनमें करीब डेढ़ लाख बच्चे पंजीकृत हैं। लेकिन, कई क्षेत्रों में अभी भी ऐसे बच्चे हैं, जिन्होंने या तो स्कूल में प्रवेश नहीं लिया या फिर नाम लिखाकर स्कूल नहीं आते हैं। ऐसे बच्चों को स्कूल लाने के लिए शासन ने शारदा कार्यक्रम चलाया है। शिक्षक अपने क्षेत्रों में लोगों के घर जाएंगे और स्कूल न आने वाले बच्चों को चिह्नित करते हुए उनका सर्वेक्षण करेंगे। इतना ही नहीं शिक्षक अभिभावकों से बच्चों के स्कूल न आने के संबंध में 18 सवाल पूछेंगे। इसके बाद बच्चों का प्रवेश स्कूल में कराएंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिकेश यादव ने बताया कि प्रधानाध्यापकों, इंचार्ज प्रधानाध्यापकों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। इस शैक्षिक सत्र में अधिक से अधिक आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिह्नित कर स्कूलों में प्रवेश कराया जाएगा।
———
अभिभावकों से पूछे जाएंगे यह सवाल
सर्वेक्षण के दौरान शिक्षक आउट ऑफ स्कूल वाले बच्चों के अभिभावकों से यह सवाल पूछेंगे कि क्या बच्चा घर के कामों में लगा हुआ है। कचरा बीनने, घरेलू नौकर, ईंट-भट्ठा व खदानों पर काम करना, गैराज में काम करना, कृषि व्यवसाय, पुश्तैनी दस्तकारी, छोटे होटलों पर काम करना, भाई-बहनों की देखभाल करना, विद्यालय दूर होना, कक्षा कक्ष में छात्र संख्या अधिक होना, शिक्षक का व्यवहार अनुचित होने जैसे सवालों के जवाब जानेंगे।