प्रयागराज। शासन ने उच्च शिक्षा के विशेष सचिव गिरिजेश त्यागी को नए शिक्षा सेवा चयन आयोग का कार्यवाहक सचिव बना दिया है। वह मंगलवार को प्रयागराज आ रहे हैं। वह आयोग में सदस्यों के साथ बैठक करेंगे और आठ मई को आयोग के अध्यक्ष एमपी अग्रवाल की नेतृत्व में प्रस्तावित बैठक के लिए एजेंडा तैयार करेंगे। ऐसे में लंबित शिक्षक भर्ती प्रक्रिया अब तेजी के साथ आगे बढ़ने की उम्मीद है।
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के मद्देनजर आयोग के स्थायी अध्यक्ष और स्थायी सदस्य की नियुक्ति अब तक नहीं हुई है। प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल को पहले ही कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया जा चुका है और अब विशेष सचिव उच्च शिक्षा गिरिजेश
त्यागी कार्यवाहक सचिव बना दिया गया है। आयोग के 12 सदस्य पहले ही नियुक्त किए जा चुके हैं। ऐसे में आयोग अब बैठक कर भर्तियों के
बारे में निर्णय ले सकता है। आयोग के सचिव गिरिजेश त्यागी सात मई को प्रयागराज पहुंचेंगे और सदस्यों के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान आठ मई को सुबह 11 बजे अध्यक्ष एमपी अग्रवाल के नेतृत्व में प्रस्तावित बैठक के लिए एजेंडा भी तैयार किया जाएगा। आयोग के सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी-पीजीटी के 4163 पदों और अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर
लंबित भर्ती प्रक्रिया शुरू करने पर शुरू निर्णय लेने की तैयारी है।
इन दोनों भर्तियों के लिए अगस्त- 2022 में आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है लेकिन अब तक परीक्षा तिथि घोषित नहीं की गई है। ऐसे में आयोग परीक्षा तिथि पर अपनी मुहर लगा सकता हैद। इसके अलावा नए आयोग में समाहित किए गए माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के कर्मचारियों को लेकर भी निर्णय लिए जाने की तैयारी है।
वहीं, अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों और अशासकीय महाविद्यालयों में शिक्षकों के हजारों पद रिक्त पड़े हैं। बैठक के दौरान नई भर्ती शुरू करने पर भी विचार- विमर्श किया जाएगा। हालांकि, विभागों से अधियाचन मिलने के बाद ही आयोग नई भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करेगा।