राज्य ब्यूरो, जागरण, प्रयागराज 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान के साथ सूरज की तपिश हर किसी को झुलसा रही है। ऐसे में शासन और बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों द्वारा कक्षा एक से आठ तक के परिषदीय और मान्यता प्राप्त स्कूलों में भरी दोपहर एक बजे छुट्टी करने के आदेश से विद्यार्थियों की सेहत बिगड़ रही है। प्रयागराज के करछना क्षेत्र के रोकड़ी कंपोजिट विद्यालय में बुधवार को गर्मी में एक बच्चे के मूर्छित हो जाने से अभिभावक चिंतित हो गए हैं। शिक्षक भी बच्चों की बिगड़ती सेहत को देखते हुए एक बजे छुट्टी होने पर गंभीर हैं। इस स्थिति में विधान परिषद के सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने लू और कड़ी धूप में मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर 11 बजे छुट्टी किए जाने का मांगपत्र महानिदेशक (डीजी) स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को भेजा है।
परिषदीय और परिषद से मान्यता प्राप्त विद्यालयों में स्कूल का समय सुबह 7.30 से दोपहर एक बजे है। इसके विपरीत कान्वेंट स्कूलों में
11.30 से 12 बजे के बीच छुट्टी होने से कुछ राहत है। कुछ जिलों में लू चलने को देखते हुए बीएसए ने परिषदीय स्कूलों ने छुट्टी का समय घटाया तो बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने एक बजे छुट्टी करने के निर्देश जारी किए हैं। इस तरह परिषद के कक्षा एक से पांच तक के करीब 1.10 लाख विद्यालयों तथा कक्षा छह से आठवीं तक के करीब 45,000 विद्यालयों में पढ़ रहे लगभग दो करोड़ छात्र-छात्राएं एक बजे छुट्टी होने पर लू के थपेड़ों को सहते हुए घर लौटते हैं। प्रयागराज में एक छात्र के मूर्छित होने पर उपचार देने वाले डाक्टर ने बताया कि गर्मी के कारण तबीयत बिगड़ी। त्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव पत्र लिखकर बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जता चुके हैं। विधान परिषद के एक और सदस्य आशुतोष सिन्हा ने जताते हुए परिषदीय स्कूलों में शैक्षणिक कार्य के समय में परिवर्तन के लिए प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को अप्रैल में ही पत्र लिख चुके हैं।