ज्ञानपुर (भदोही) : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को दोपहर भोजन देने के लिए चलाई जा रही मिड डे मील (एमडीएम) में विद्यालयों को खाद्यान्न व कंवर्जन कास्ट आनलाइन उपस्थिति के आधार पर मिलेगा।
शासन स्तर से नई व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। दैनिक अनुश्रवण प्रणाली व्यवस्था के तहत विद्यालयों की ओर से भेजे जा रहे उपस्थिति को ही आधार माना जाएगा। इससे एमडीएम में बच्चों की संख्या में फर्जीवाड़े का खेल नहीं चल पाएगा। वैसे आनलाइन उपस्थिति भेजने में गड़बड़ी को प्रेरणा पोर्टल पर तीन दिन के भीतर संशोधन करने का समय भी निर्धारित किया गया है।
परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से लेकर आठ तक के बच्चों को दोपहर भोजन देने के लिए मध्याह्न भोजन योजना का संचालन किया जाता है। अभी तक विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या को आधार
मानते हुए खाद्यान्न देने के साथ कंवर्जन कास्ट का भुगतान किया जाता था। कितने बच्चों ने भोजन किया इसकी निगरानी के लिए दैनिक अनुश्रवण प्रणाली व्यवस्था संचालित थी। जिस पर प्रति दिन शिक्षकों की व ओर से भोजन करने वाले बच्चों की संख्या देनी होती थी।
हालांकि अब आनलाइन मिलने वाली बच्चों की उपस्थिति को ही आधार मानकर खाद्यान्न व कंनवर्जन कास्ट का भुगतान किया जाएगा। मध्याह्न भोजन योजना के जिला समन्वयक सौरभ सिंह ने बताया कि अब आनलाइन उपस्थिति रिपोर्ट के आधार पर खाद्यान्न व कंवर्जन कास्ट आवंटित होगा।
उन्होंने बताया कि किसी विद्यालय से आनलाइन उपस्थिति भेजने में कोई क त्रुटि हो जाती है। जैसे 100 बच्चे हैं व और कहीं से त्रुटिवश 10 हो जाता है तो इसे शिक्षक की ओर से प्रेरणा पोर्टल पर तीन दिन में सही किया जा सकता है।